बाबे री मेहर

Online Test देने के लिए स्टार्ट बटन पर क्लिक करें

RAS And REET Online NOTES

राजस्थान समान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी

Showing posts with label रोचक बातें. Show all posts
Showing posts with label रोचक बातें. Show all posts

Tuesday, December 22, 2020

December 22, 2020

प्राचीन भारत के ग्रंथ एवं उनके लेखक सम्पूर्ण जानकारी

 


हेलो दोस्तों आपका स्वागत है आपकी अपनी वेबसाइट ज्ञान की लाइफ में तो दोस्तों आज मैं आपको इस पोस्ट के अंदर भारत के प्राचीन ग्रंथ एवं उनके लेखक के बारे में बताऊंगा

तो दोस्तों पोस्ट को लास्ट तक जरूर देखना क्योंकि इस आर्टिकल में मैं आपको प्राचीन ग्रंथ एवं लेखक के बारे में बताऊंगा जो परीक्षा में हर बार पूछे जाते हैं अगर कोई लेखक है या ग्रंथ रह गया हो तो आप कमेंट करके जरूर बताना ताकि उस ग्रंथ एवं लेखक के बारे में मेरे को और सभी दोस्तों को पता चल सके 

    ">प्राचीन भारत के ग्रंथ एवं उनके लेखक सम्पूर्ण जानकारी

    अष्टाध्यायी – पाणिनि

    रामायण – वाल्मीकि

    महाभारत – वेदव्यास

    अष्टसाहस्त्रिक सूत्र, प्रज्ञापारमिता सूत्रशास्त्र, माध्यमिका सूत्र – नागार्जुन

    बुद्धचरित, सारिपुत्र प्रकरण, सूत्रालंकार वज्रसूचि, सौंदर्यानन्द, श्रद्धोत्पाद – अश्वघोष

    मुद्राराक्षस, देवीचन्द्रगुप्त – विशाखदत्त

    अर्थशास्त्र – चाणक्य

    महाभाष्य – पतंजलि

    कुमारसंभवम्, अभिज्ञानशाकुंतलम्, विक्रमोर्वशीयम्, मेघदूतम्, रघुवंशम्, मालविकाग्निमित्रम्, ऋतुसंहारम् – कालिदास

    स्वप्नवासवदत्तम्, प्रतिज्ञायौगंधरायण – भास

    नागानंद, रत्नावली, प्रियदर्शिका – हर्षवर्धन

    हर्षचरित, कादंबरी – बाणभट्ट

    विक्रमांक चरित – बिल्हण

    भारत के बारे मैं सम्पूर्ण रोचक तथ्य

    पृथ्वीराज रासो – चंदबरदाई 

    राजतरंगिणी – कल्हण

    चौरपंचाशिका – बिल्हण

    रसमाला, कीर्ति कौमुदी – सोमेश्वर

    कर्पूरमंजरी – राजशेखर

    इंडिका – मैगस्थनीज

    चरकसंहिता – चरक

    सुश्रुत संहिता – सुश्रुत

    मृच्छकटिकम् – शूद्रक

    संगीतरत्नाकर – शांर्गदेव

    मीताक्षरा – विज्ञानेश्वर

    किरातार्जुनीयम् – भारवि

    पंचतंत्र – विष्णु शर्मा

    न्याय भाष्य, कामसूत्र – वात्स्यायन

    चंद्रमा के बारे में सम्पूर्ण रोचक तथ्य

    काव्यादर्श, दशकुमारचरित – दंडी

    वासवदत्ता – सुबंधु

    सूर्य सिद्धांत – आर्यभट्ट

    बृहत् संहिता, पञ्च सिद्धान्तिका, बृहज्जातिका, लघुजातिका – वाराहमिहिर

    गीतगोविन्दम् – जयदेव

    अनर्घराघव – मुरारि

    आयुर्वेद सर्वस्व, राजमार्तंड, व्यवहार समुच्चय, शब्दानुशासन, युक्तिकल्पतरु, राजमृगिका – राजा भोज

    भोजप्रबंध – बल्लाल

    शिशुपाल वध – माघ

    नैषधीयचरितम् – श्रीहर्ष

    मालती माधव, महावीर चरित, उत्तररामचरितं – भवभूति

    साहित्यदर्पण:- भामह

    अमेज़न जंगल के बारे में सम्पूर्ण जानकारी

    ध्वन्यालोक:, प्रमोदचन्द्र – आनंदवर्धन

    व्यक्तिविवेक: – महिमभट्ट

    काव्यादर्श – मम्मट

    वेणिसंहार (Venisamhara) – भट्ट नारायण

    प्रमाण मीमांसा – हेमचन्द्र

    बृहत्कथामंजरी – क्षेमेन्द्र

    कातन्त्र (व्याकरण) – सर्ववर्मन्

    अष्टांगसंग्रह, सिद्धांत शिरोमणि, लीलावती (first book of algebra)  भास्कराचार्य

    माधव निदान – माधवकर

    निघंटु – यास्क

    रसरत्नाकर – नागार्जुन

    तत्त्व कौमुदी, तत्त्व शारदी, न्यायवर्तिका, न्यायसूत्र धारा, न्यायकणिका, योगसारसंग्रह – वाचस्पति मिश्र

    योगवर्तिका, योगसारसमग्र – विज्ञान भिक्षु 

    तिलकमंजरी, यशस्तिलक – धनपाल

    कुट्टनीमतम् –दामोदरगुप्त

    तत्त्वशुद्धि – उदयन

    न्यायमंजरी – जयंत

    न्यायतत्त्व योगरहस्य – नाथमुनि

    गीतसंग्रह, महापुरुष निर्णय, सिद्धत्रय, अगम प्रामाण्य – यामुनाचार्य

    धूर्तव्यामा, समरादित्य कथा – हरिभद्र 

    कुवलयमाला – उद्द्योतनसूरि

    अजित शान्तिस्तव – नंदिसेण

    सतसई – हाल

    भारतीय दण्ड संहिता में धारा 144 क्या है

    बृहत्कथा – गुणाढ्य

    मुनि


    भारत के लेखक एवं उनके उपनाम

     लेखक : उपनाम 

    1. जयशंकर साहू - 'प्रसाद'
    2. सूर्यकांत त्रिपाठी - 'निराला'
    3. गुसाईं दत्त - सुमित्रानन्दन पन्त
    4. धनपत राय – प्रेमचन्द
    5. रामधारी सिंह - 'दिनकर’

    6. मिर्ज़ा असदुल्लाह बेग ख़ान – मिर्ज़ा ग़ालिब
    7. मुन्नन द्विवेदी - शांतिप्रिय द्विवेदी
    8. हरिप्रसाद द्विवेदी - वियोगि हरि
    9. वैद्यनाथ मिश्र – नागार्जुन
    10. हरिवंश राय श्रीवास्तव - 'बच्चन'

    11. रघुपति सहाय - फिराक गोरखपुरी
    12. सम्पूर्ण सिंह कालरा – गुलज़ार
    13. धर्मवीर सक्सेना - धर्मवीर भारती
    14. पुष्पलता शर्मा – पुष्पा भारती
    15. शिवमंगल सिंह - 'सुमन'

    भारतीय दण्ड संहिता में धारा 376। क्या है


    16. मदन मोहन गुगलानी - मोहन राकेश
    17. कैलाश सक्सेना – कमलेश्वर
    18. उपेन्द्रनाथ शर्मा - 'अश्क'
    19. फणीश्वर नाथ - 'रेणु'
    20. गोपालदास सक्सेना - 'नीरज'

    21. श्रीराम वर्मा – अमरकान्त
    22. रमेश चन्द्र - शैलेष मटियानी
    23. सुदामा पाण्डेय - 'धूमिल'
    24. बालस्वरूप भटनागर - 'राही'
    25. गंगाप्रसाद उनियाल - 'विमल'

    26. रामेश्वर शुक्ल - 'अंचल'
    27. वासुदेव सिंह - त्रिलोचन शास्त्री
    28. (सच्चिदानंद) हीरानन्द वात्स्यायन - 'अज्ञेय'
    29. (तिरूमल्लै) नम्बाकम (वीर) राघव (आचार्य) - रांगेय राघव
    30. (पाण्डेय) बेचन शर्मा - 'उग्र

    भारतीय दंड संहिता की महत्वपूर्ण धाराएं


    Sunday, December 20, 2020

    December 20, 2020

    भारत के बारे में रोचक तथ्य amezing fact About in india

     


      भारत के बारे में रोचक तथ्य amezing fact About in india

      चाय की दुकान पर खड़े होकर देश के सिस्‍टम को गालियां देते हैं। सच पूछिए तो गालियां देने से कुछ नहीं होने वाला। एक सकारात्‍मक सोच विकसित करनी ही होगी, क्‍योंकि तभी आप देश की तरक्‍की में हाथ बंटा पायेंगे।

      यह सकारात्‍मक सोच आयेगी अपने देश के इतिहास के पन्‍ने पलटने से। काले अध्‍यायों के साथ तमाम ऐसे अध्‍याय भी हैं, जो देश का गौरव बने। जिन पर हम गर्व कर सकते हैं। देश के लिये एक सकारात्‍मक सोच विकसित करने के लिये ही हम आपके सामने रख रहे हैं देश के बारे में 40 तथ्‍य, जिनके बारे में शायद आप नहीं जानते होंगे। या हो सकता है ये तथ्‍य जानने के बाद आपके होश उड़ जायें।

      आज इस पोस्ट में हम आपको भारत के बारे में रोचक तथ्य(Intresting facts about India) के बारे में  बताया गया है.:-

      1‘हिंदुस्तान’ नाम(Hindustan Name):- ‘हिंदुस्तान’ नाम सिंधु और हिंदु को मिला कर बना है, जो कि हिंदुओं की भूमि के संदर्भ में है। अधिकारिक संस्कृत नाम हिंदुस्तान का ‘भारत गणराज्य’ है। जिसे आज लोग केवल ‘भारत’ ही कहते हैं।

      2इंडिया’ नाम की उत्पत्ति(Origin of the name ‘India’):- ‘इंडिया’ नाम की उत्पत्ति इंड्यूस नाम की नदी से हुई है जो कि इंड्यूस वैली की घाटियों में बहा करती थी।

      3कितना बड़ा है भारत:- भारत विश्व में सबसे बड़े आकार वाले देशों की लिस्ट में सातवें नंबर पर है।

      4सांप सीढ़ी का खेल :- सांप सीढ़ी का खेल ,तेरहवीं शताब्दी .में कवि संत ज्ञान देव द्वारा तैयार किया गया था इसे मूल रूप से मोक्षपट कहते थे। इस खेल में सीढियां वरदानों का प्रतिनिधित्व करती थीं जबकि सांप अवगुणों को दर्शाते थे। इस खेल को कौडियों तथा पांसे के साथ खेला जाता था। आगे चल कर इस खेल में कई बदलाव किए गए, परन्तु इसका अर्थ वहीं रहा अर्थात अच्छे काम लोगों को स्वर्ग की ओर ले जाते हैं जबकिबुरे काम दोबारा जन्म के चक्र में डाल देते हैं।

      5जंतर मंतर :- जयपुर में सवाई राजा जयसिंह द्वारा 1724 में बनाई गई जंतर मंतर संसार की सबसे बड़ी पत्थर निर्मित वेधशाला है।

      6भास्कराचार्य ने:- भास्कराचार्य ने खगोल शास्त्र के कई सौ साल पहले धरती द्वारा सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने में लगने वाले सही समय की गणना की थी। उनकी गणना के अनुसार सूर्य की परिक्रमा में पृथ्वी को 365.258756484 दिन का समय लगता है।

      7विश्वविद्यालय:- 700 ईसा पूर्व में भारत का पहला विश्वविद्यालय तक्षिला खुला था जिसमें से पढ़े हुए हजारों छात्रों ने विश्व के कोने-कोने में देश की खुशबू फैलायी।

      8सबसे बड़ी डाक व्यवस्था:- विश्व की सबसे बड़ी डाक व्यवस्था केवल भारत के ही पास है।

      9वाराणसी :- देश की पवित्र नगरी वाराणसी विश्व का सबसे पुराना शहर है।

      10सबसे पुरानी सभ्‍यता :- भारत की सभ्‍यता विश्‍व में सबसे पुरानी है, यहां तक की विश्‍व के कई प्राचीनम स्‍थान और इमारतें भारत में हैं। भारत के प्राचीन साम्राज्‍य मिश्र और मेसोपोटामिया से भी पहले के हैं।

      11सबसे बड़ी फिल्‍म इंडस्‍ट्री:- विश्‍व की सबसे बड़ी फिल्‍म इंडस्‍ट्री भारत में हैं। ज्‍यादा फिल्‍में बॉलीवुड में बनती हैं, देश के अन्‍य कई स्‍टूडियों में भी फिल्‍मों का निर्माण होता है।

      12जीरो का निर्माण:- गणित में सर्वाधिक महत्‍वपूर्ण नंबर ‘जीरो’ की अवधारणा भारत ने ही दुनिया को दी।

      13सबसे बड़ा मॉन्‍टेसरी स्‍कूल:- भारत में ही विश्‍व का सबसे बड़ा मॉन्‍टेसरी स्‍कूल है। वो है लखनऊ का सिटी मोन्‍टेसरी स्‍कूल, जिसमें विद्यार्थियों की संख्‍या लगभग 26000 है।

      14केले का सर्वाधिक निर्यात:- विश्‍व में केले का सर्वाधिक निर्यात भारत ही करता है। दूसरे स्‍थान पर ब्राजील है।

      15दूध का उत्‍पादन:- भारत में विश्‍व का सर्वाधिक उत्‍पादन किया जाता है।


      16) शाकाहार:-

      भारत में शाकाहारियों की संख्‍या विश्‍व में सर्वाधिक हैं।

      17) सर्वाधिक पर्वत श्रंखलाएं:-

      भारत के हिमालय स्थित है। इसके अलावा यहां पर पर्वत श्रंखलाएं लगभग 1500 मील में फैली हुई हैं जो कि 23, 600 फीट तक ऊंची हैं।

      18) सबसे ज्‍यादा श्रद्धालु:-

      तिरूपति स्थित विष्‍णु मंदिर दुनिया का एक मात्र ऐसा मंदिर है जहां सबसे ज्‍यादा श्रद्धालु आते हैं। यहां वेटिकन और मक्‍का से भी श्रद्धालु आते हैं।

      19) धार्मिक संग्रह:-

      हर 12 साल के बाद इलाहाबाद में कुंभ मेला का आयोजन होता है। कुंभ मेला दुनिया में एक मात्र ऐसा मेला है जहां धर्म के नाम पर सबसे ज्‍यादा लोगों आते हैं।

      20) बृहादेश्‍वर मंदिर:-

      बृहादेश्‍वर मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर है जहां शिव भगवान की सवारी नंदी की सबसे बड़ी मूर्ति है। उसकी उंचाई जो 13 फिट की जगह में बनी हुई है। इस मंदिर का निर्माण कई हजार साल पहले हुआ था।

      21) सबसे ऊंचा मैदान:-

      दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट स्‍टेडियम हिमाचल प्रदेश में है। ये स्‍टेडियम समुद्र तल से 24 हजार मीटर उपर बना है।

      22) भारत हीरों का एक मात्र स्त्रोत था :-

      1896 तक भारत हीरों का एक मात्र स्त्रोत था और आधुनिक समय में हीरों के सबसे बड़े उपभोक्ता देशों में भारत तीसरे स्थान पर है। पहले व दूसरे स्थान पर क्रमशः अमेरिका और जापान हैं।

      23) सबसे बड़ा लोकतंत्र:-

      दुनिया में सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत में है। भारत में सबसे ज्‍यादा मतदाता है और चुनाव में होने वाले खर्चों के मामले में भी भारत सबसे आगे है।

      24) सोना खरीदने में भारत सबसे आगे:-

      दुनिया में सोना खरीदने के मामले में भारत सबसे आगे है। सोने को भारत की संस्‍कृति का सबसे अहम भाग माना जाता है चाहें वो उपहार के तौर पर हो या फिर किसी शादी समारोह में प्रयोग में लाया जाना हो।

       25) विभिन्‍न विचारधारा:-

      भारत ही एक मात्र ऐसा देश है जहां अलग-अलग धर्मां के लोग एक साथ रहते हैं। हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म और सिख धर्म इन सबका जन्‍म भारत में ही हुआ था।

      26) हिंदू:-

      भारत में हिंदू धर्म के लोग ज्‍यादा है। सबसे ज्‍यादा त्‍योहार और छुट्ठियां भारत में ही मनाए जाते हैं।

      27) भारत में ही उत्‍पन्‍न हुआ :-

      सांप और सीढ़ी का यह अनोखा खेल भी हमारे भारत में ही उत्‍पन्‍न हुआ था। इसके खेल के पीछे भलाई और दुराचार कि शिक्षा छुपी हुई है।

      28) लूडो:-

      भारत में पचीसी का जन्‍म 6 वीं शताब्दी में हुआ था। आप को यह जान कर हैरानी होगी कि इस खेल के चित्र के सबूत अजंता की गुफाओं में आज भी मौजूद हैं। यह खेल भारत के मुगल सम्राटों द्वारा बहुत पसंद किया जाता था।

      29) गणित:-

      ट्रिगनोमे‍ट्री, कैल्क्यलस और बीजगणित के लिये भारतीयों ने उल्‍लेखनीय योगदान दिया है। भारत में ही 100 ईसा पूर्व में दशमलव प्रणाली का आविष्‍कार किया गया था।

      30) चिकित्सा प्रगति:-

      भारत में लगभग 2,600 साल पहले सुश्रुत द्वारा सर्जरी की जाती थी। इन्‍होनें आयुर्वेद विकसित की है और कई जटिल सर्जरी और ऑपरेशन का रिकॉर्ड बनाया है।

      31) बड़े व्‍यापार:-

      विनोद खोसला, को-फाउंडर सन माइक्रोसिस्टम्स और राजीव गुप्ता हेवलेट-पैकर्ड के जीएम हैं। कई ऐसी कंपनियां हैं जिनकी स्‍थापना या फिर वे खुद ही भारतीयों दृारा चलाई जा रही हैं।

       32) अमेरिका में 12% वैज्ञानिक भारतीय हैं और नासा में 36% वैज्ञानिक भारतीय हैं.

      33) आयुर्वेद मानव जाति के लिए ज्ञात सबसे ,आरंभिक चिकित्सा शाखा है। इस शाखा विज्ञान के जनक माने जाने वाले चरक ने 2500 वर्ष पहले आयुर्वेद का समेकन किया था।

      34)  विश्व में 22 हजार टन पुदीने के तेल का उत्पादन होता है, इसमें से 19 हजार टन तेल अकेले भारत में निकाला जाता है।

      35) ‘पाई’ की कीमत, संसार में सबसे पहले, छठवीं शताब्‍दी में, भारतीय गणितज्ञ बुधायन द्वारा पता की गई थी.

      36) भारत में पाई जानेवाली 1,000 से अधिक आर्किड प्रजातियों में से 600 से भी अधिक केवल अरुणाचल प्रदेश में पाई जाती हैं।

      38) अमेरिका में 38% डॉक्टर भारतीय हैं.

      39) कुंग फू के जनक तत्मोह या बोधिधर्म नामक एक भारतीय बौद्ध भिक्षु थे जो 500 ईस्वी के आसपास भारत से चीन गए।

      40) भारत 90 देशों को सॉफ्टवेयर बेचता है।

      41) भारतीय रेल कर्माचारियों की संख्या के आधार पर संसार की सबसे बड़ी संस्था है जिसमें 16 लाख से भी अधिक कर्मचारी काम करते हैं।

      42)  जैसलमेर का किला संसार का एकमात्र ऐसा अनोखा किला है जिसमें शहर की लगभग 25 प्रतीशत आबादी ने अपना घर बना लिया है।

      43) भारत विश्व का सबसे बड़ा चाय उत्पादक और उपभोक्ता है। यहाँ विश्व की 30% चाय उतपादित होती है जिसमें से 25% यही उपयोग की जाती है।

      44) कमल के फूल को भारत के साथ साथ वियतनाम के राष्ट्रीय पुष्प होने का गौरव भी प्राप्त है।

      45) भारत में बंदरों की गिणती 5 करोड़ है.

      46) पेंटियम चिप का आविष्कार ‘विनोद धाम’ ने किया था। (आज दुनिया के 90% कम्प्युटर इसी से चलते हैं)

      47) माइक्रोसॉफ़्ट के 34% कर्मचारी, आईबीएम के 28% और इंटेल के 17% कर्मचारी भारतीय हैं.

      48) शतरंज की खोज भारत में की गई थी।

      49) भारत के बंगलुरु नगर में 2,500 से अधिक सॉफ्टवेयर कंपनियों में 26,000 से अधिक कंप्यूटर इंजीनियर काम करते हैं।

      50)  सबीर भाटिया ने हॉटमेल बनाई. (हॉटमेल दुनिया का न.1 ईमेल प्रोग्राम है)

      हमने आपको भारत के बारे में रोचक तथ्य(Intresting facts about India) के बारे में बताया। जो की बहुत ही खास है जिन पर हम गर्व कर सकते हैं। वैसे तो बहुत ही  ऐसी बात है जो हमारे देश को खास बनती है।


      भारत के बारे मैं 300 अन्य रोचक तथ्य


      अपने आखिरी 100000 वर्षों के इतिहास में किसी भी देश पर हमला नहीं किया है।

      जब कई संस्कृतियों में 5000 साल पहले घुमंतू वनवासी थे, तब भारतीयों ने सिंधु घाटी (सिंधु घाटी सभ्यता) में हड़प्पा संस्कृति की स्थापना की।

      भारत का अंग्रेजी में नाम ‘इंडिया’ इं‍डस नदी से बना है, जिसके आस पास की घाटी में आरंभिक सभ्‍यताएं निवास करती थी। आर्य पूजकों में इस इंडस नदी को सिंधु कहा।

      ईरान से आए आक्रमणकारियों ने सिंधु को हिंदु की तरह प्रयोग किया। ‘हिंदुस्तान’ नाम सिंधु और हिंदु का संयोजन है, जो कि हिंदुओं की भूमि के संदर्भ में प्रयुक्त होता है।

      शतरंज की खोज भारत में की गई थी।

      बीज गणित, त्रिकोण मिति और कलन का अध्‍ययन भारत में ही आरंभ हुआ था।

      'स्‍थान मूल्‍य प्रणाली' और 'दशमलव प्रणाली' का विकास भारत में 100 बी सी में हुआ था।

      विश्‍व का प्रथम ग्रेनाइट मंदिर तमिलनाडु के तंजौर में बृहदेश्‍वर मंदिर है। इस मंदिर के शिखर ग्रेनाइट के 80 टन के टुकड़ों से बने हैं। यह भव्‍य मंदिर राजाराज चोल के राज्‍य के दौरान केवल 5 वर्ष की अवधि में (1004 ए डी और 1009 ए डी के दौरान) निर्मित किया गया था।

      भारत विश्‍व का सबसे बड़ा लोकतंत्र और विश्‍व का सातवां सबसे बड़ा देश तथा प्राचीन सभ्‍यताओं में से एक है।

      सांप सीढ़ी का खेल तेरहवीं शताब्‍दी में कवि संत ज्ञान देव द्वारा तैयार किया गया था इसे मूल रूप से मोक्षपट कहते थे। इस खेल में सीढियां वरदानों का प्रतिनिधित्‍व करती थीं जबकि सांप अवगुणों को दर्शाते थे। इस खेल को कौडियों तथा पांसे के साथ खेला जाता था। आगे चल कर इस खेल में कई बदलाव किए गए, परन्‍तु इसका अर्थ वहीं रहा अर्थात अच्‍छे काम लोगों को स्‍वर्ग की ओर ले जाते हैं जबकि बुरे काम दोबारा जन्‍म के चक्र में डाल देते हैं।

      दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट का मैदान हिमाचल प्रदेश के चायल नामक स्‍थान पर है। इसे समुद्री सतह से 2444 मीटर की ऊंचाई पर भूमि को समतल बना कर 1893 में तैयार किया गया था।

      भारत में विश्‍व भर से सबसे अधिक संख्‍या में डाक खाने स्थित हैं।

      भारतीय रेल देश का सबसे बड़ा नियोक्ता है। यह दस लाख से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करता है।

      विश्‍व का सबसे प्रथम विश्‍वविद्यालय 700 बी सी में तक्षशिला में स्‍थापित किया गया था। इसमें 60 से अधिक विषयों में 10,500 से अधिक छात्र दुनियाभर से आकर अध्‍ययन करते थे। नालंदा विश्‍वविद्यालय चौथी शताब्‍दी में स्‍थापित किया गया था जो शिक्षा के क्षेत्र में प्राचीन भारत की महानतम उपलब्धियों में से एक है।

      आयुर्वेद मानव जाति के लिए ज्ञात सबसे आरंभिक चिकित्‍सा शाखा है। शाखा विज्ञान के जनक माने जाने वाले चरक में 2500 वर्ष पहले आयुर्वेद का समेकन किया था।

      भारत 17वीं शताब्‍दी के आरंभ तक ब्रिटिश राज्‍य आने से पहले सबसे सम्‍पन्‍न देश था। क्रिस्‍टोफर कोलम्‍बस भारत की सम्‍पन्‍नता से आकर्षित हो कर भारत आने का समुद्री मार्ग खोजने चला और उसने गलती से अमेरिका को खोज लिया।

      नौवहन की कला और नौवहन का जन्‍म 6000 वर्ष पहले सिंध नदी में हुआ था। दुनिया का सबसे पहला नौवहन संस्‍कृ‍त शब्‍द नव गति से उत्‍पन्‍न हुआ है। शब्‍द नौ सेना भी संस्‍कृत शब्‍द नोउ से हुआ।

      भास्‍कराचार्य ने खगोल शास्‍त्र के कई सौ साल पहले पृथ्‍वी द्वारा सूर्य के चारों ओर चक्‍कर लगाने में लगने वाले सही समय की गणना की थी। उनकी गणना के अनुसार सूर्य की परिक्रमा में पृथ्‍वी को 365.258756484 दिन का समय लगता है।

      भारतीय गणितज्ञ बुधायन द्वारा 'पाई' का मूल्‍य ज्ञात किया गया था और उन्‍होंने जिस संकल्‍पना को समझाया उसे पाइथागोरस का प्रमेय करते हैं। उन्‍होंने इसकी खोज छठवीं शताब्‍दी में की, जो यूरोपीय गणितज्ञों से काफी पहले की गई थी।

      बीज गणित, त्रिकोण मिति और कलन का उद्भव भी भारत में हुआ था। चतुष्‍पद समीकरण का उपयोग 11वीं शताब्‍दी में श्री धराचार्य द्वारा किया गया था। ग्रीक तथा रोमनों द्वारा उपयोग की गई की सबसे बड़ी संख्‍या 106 थी जबकि हिन्‍दुओं ने 10*53 जितने बड़े अंकों का उपयोग (अर्थात 10 की घात 53), के साथ विशिष्‍ट नाम 5000 बीसी के दौरान किया। आज भी उपयोग की जाने वाली सबसे बड़ी संख्‍या टेरा: 10*12 (10 की घात12) है।

      वर्ष 1896 तक भारत विश्‍व में हीरे का एक मात्र स्रोत था।(स्रोत: जेमोलॉजिकल इंस्‍टी‍ट्यूट ऑफ अमेरिका)

      बेलीपुल विश्‍व‍ में सबसे ऊंचा पुल है। यह हिमाचल पर्वत में द्रास और सुरु नदियों के बीच लद्दाख घाटी में स्थित है। इसका निर्माण अगस्‍त 1982 में भारतीय सेना द्वारा किया गया था।

      सुश्रुत को शल्‍य चिकित्‍सा का जनक माना जाता है। लगभग 2600 वर्ष पहले सुश्रुत और उनके सहयोगियों ने मोतियाबिंद, कृत्रिम अंगों को लगना, शल्‍य क्रिया द्वारा प्रसव, अस्थिभंग जोड़ना, मूत्राशय की पथरी, प्‍लास्टिक सर्जरी और मस्तिष्‍क की शल्‍य क्रियाएं आदि की।

      निश्‍चेतक का उपयोग भारतीय प्राचीन चिकित्‍सा विज्ञान में भली भांति ज्ञात था। शारीरिकी, भ्रूण विज्ञान, पाचन, चयापचय, शरीर क्रिया विज्ञान, इटियोलॉजी, आनुवांशिकी और प्रतिरक्षा विज्ञान आदि विषय भी प्राचीन भारतीय ग्रंथों में पाए जाते हैं।

      भारत से 90 देशों को सॉफ्टवेयर का निर्यात किया जाता है।

      भारत में 4 धर्मों का जन्‍म हुआ - हिन्‍दु, बौद्ध, जैन और सिक्‍ख धर्म और जिनका पालन दुनिया की आबादी का 25 प्रतिशत हिस्‍सा करता है।

      जैन धर्म और बौद्ध धर्म की स्‍थापना भारत में क्रमश: 600 बी सी और 500 बी सी में हुई थी।

      इस्‍लाम भारत का और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है।

      भारत में 3,00,000 मस्जिदें हैं जो किसी अन्‍य देश से अधिक हैं, यहां तक कि मुस्लिम देशों से भी अधिक।

      भारत में सबसे पुराना यूरोपियन चर्च और सिनागोग कोचीन शहर में है। इनका निर्माण क्रमश: 1503 और 1568 में किया गया था।

      ज्‍यू और ईसाई व्‍यक्ति भारत में क्रमश: 200 बी सी और 52 ए डी से निवास करते हैं।

      विश्‍व में सबसे बड़ा धार्मिक भवन अंगकोरवाट, हिन्‍दु मंदिर है जो कम्‍बोडिया में 11वीं शताब्‍दी के दौरान बनाया गया था।

      तिरुपति शहर में बना विष्‍णु मंदिर 10वीं शताब्‍दी के दौरान बनाया गया था, यह विश्‍व का सबसे बड़ा धार्मिक गंतव्‍य है। रोम या मक्‍का धार्मिक स्‍थलों से भी बड़े इस स्‍थान पर प्रतिदिन औसतन 30 हजार श्रद्धालु आते हैं और लगभग 6 मिलियन अमेरिकी डॉलर प्रति दिन चढ़ावा आता है।

      सिक्‍ख धर्म का उद्भव पंजाब के पवित्र शहर अमृतसर में हुआ था। यहां प्रसिद्ध स्‍वर्ण मंदिर की स्‍थापना 1577 में गई थी।

      वाराणसी, जिसे बनारस के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राचीन शहर है जब भगवान बुद्ध ने 500 बी सी में यहां आगमन किया और यह आज विश्‍व का सबसे पुराना और निरंतर आगे बढ़ने वाला शहर है।

      भारत द्वारा श्रीलंका, तिब्‍बत, भूटान, अफगानिस्‍तान और बांग्‍लादेश के 3,00,000 से अधिक शरणार्थियों को सुरक्षा दी जाती है, जो धार्मिक और राजनैतिक अभियोजन के फलस्‍वरूप वहां से निकल गए हैं।

      माननीय दलाई लामा तिब्‍बती बौद्ध धर्म के निर्वासित धार्मिक नेता है, जो उत्तरी भारत के धर्मशाला में अपने निर्वासन में रह रहे हैं।

      युद्ध कलाओं का विकास सबसे पहले भारत में किया गया और ये बौद्ध धर्म प्रचारकों द्वारा पूरे एशिया में फैलाई गई।

      योग कला का उद्भव भारत में हुआ है और यह 5,000 वर्ष से अधिक समय से मौजूद है।

      बच्चों के लिए भारत के बारे में 150 रोचक तथ्य | Bharat Ke Bare Me Jankari In Hindi


      भारत ऐसा देश है, जो कला, संस्कृति, खेल-कूद और विज्ञान के मामले में काफी विकसित हो गया है। वहीं, भारत से जुड़े कई ऐसे दिलचस्प तथ्य भी हैं, जिनके बारे में अधिकतर लोगों को पता नहीं होता है। इसलिए, हम मॉमजंक्शन के इस लेख में उन्हीं तथ्यों से जुड़ी जानकारी लेकर आए हैं, जिसे जानने के बाद माता-पिता अपने बच्चों को बता सकते हैं। इस लेख में हम भारत के बारे में 150 रोचक तथ्य बताने जा रहे हैं, जिसके लिए आपको पूरा लेख पढ़ने की आवश्यकता होगी।

      लेख के शुरुआत में हम भारत के भौगोलिक तथ्यों के बारे में बता रहे हैं।


      भौगोलिक तथ्य


      भारत की भौगोलिक स्थिति अन्य देशों की तुलना में काफी अच्छी है। यहीं नहीं भारत के भौगोलिक से जुड़े कई रोचक तथ्य भी हैं, जिनमें ये शामिल हैं:


      भारत एशिया महाद्वीप का हिस्सा है। हमारे देश की सीमाएं 7 देशों के साथ लगती हैं, जिनमें पाकिस्तान, नेपाल, चीन, बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार (बर्मा) और श्रीलंका शामिल है।


      भारत में एक माह में अलग-अलग स्थानों पर गर्मी, ठंड, बारिश और सामान्य मौसम का अनुभव किया जा सकता है।


      पूरी दुनिया में क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सातवां स्थान है। यह 32,87,590 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है।


      हमारे देश के मध्य भाग से कर्क रेखा गुजरती है। कर्क रेखा को पृथ्वी की उत्तरतम अक्षांश रेखा भी कहा जाता हैं। यह रेखा जिस देश से गुजरती है, वहां दोपहर के वक्त सूर्य ऊपर की ओर होता है।


      2011 में हुई जनगणना के अनुसार भारत में 1.2 बिलियन (अरब) की आबादी है, जो इसे दुनिया का दूसरा सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश बनाती है।


      भारत के मेघालय राज्य में स्थिति मौसिनराम में सबसे अधिक बारिश होती है। यहां औसतन प्रति वर्ष 11,871 मिलीमीटर बारिश होती है।


      चिल्का झील भारत की सबसे बड़ी झील है, जो 1,165 किमी की क्षेत्रफल में फैली है।


      कंचनजंगा भारत की सबसे ऊंची पर्वत चोटी है, जिसकी ऊंचाई समुद्र तट से लगभग 8586 मीटर है।


      गंगा भारत की सबसे लंबी नदी है, जो 2525 किमी तक बहती है।


       लद्दाख के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित कारगिल जिले के द्रास नामक जगह को भारत का सबसे ठंडा क्षेत्र माना गया है। यहां तापमान −45° सेंटीग्रेट तक गिर जाता है।


      भारत का सबसे निचला स्थान कुट्टनाड है। यह समुद्री तट से करीब 2.7 मीटर की ऊंचाई पर है।


      भारत में क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे छोटा राज्य गोवा (क्षेत्रफल 3,702 किमी) और सबसे बड़ा राज्य राजस्थान (क्षेत्रफल 342,239 किमी) है।


       राजस्थान के उत्तरी भाग में स्थित चुरू नामक स्थान भारत की सबसे गर्म जगह है। यहां गर्मियों के मौसम में 50 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंच जाता है।


      भारत का सुंदरवन दुनिया जा सबसे बड़ा डेल्टा है, जो 10,200 वर्ग किमी तक फैला है।


       भारत का दक्षिण भाग दोनों तरफ से समुंदर से घिरा है। एक तरफ अरब सागर है और दूसरी तरफ बंगाल की खाड़ी है।


      आइए, अब भारत के सांस्कृतिक मूल्यों से जुड़ी कुछ अनोखी बातों के बारे में जानते हैं।


      सांस्कृतिक तथ्य


      भारत के लोग दुनिया में कहीं भी रहे, अपनी संस्कृति को कभी नहीं भूलते। यहीं नहीं कई विदेशी भी भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर इसके रंग में ढल चुके हैं। इसी संस्कृति से जुड़े कुछ अहम तथ्य इस तरह से हैं:


      भारत की संस्कृति को करीब 4,500 वर्ष पुराना माना गया है। इसलिए, इसे दुनिया की सबसे पुरानी संस्कृतियों में गिना जाता है।


      दुनिया के कुछ लोकप्रिय धर्मों का जन्म भारत में ही हुआ है, जिनमें हिंदू, बौद्ध, सिख और जैन धर्म शामिल हैं।


      भारत की 79 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या हिंदू है।


      हमारे देश के हर राज्य की अपनी बोली है। इनमें से 22 भाषाओं को भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल किया गया है।


      विश्व के 7 अजूबों में से एक भारत का ताजमहल भी है, जो उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में स्थित है।


      तमिलनाडु में स्थित श्री रंगनाथस्वामी मंदिर भारत का सबसे बड़ा मंदिर है। यह 156 एकड़ में फैला हुआ है।


      भारत में कई देशों की संस्कृतियों का समागम हुआ है, जिनमें पुर्तगाली, मुगल, फ्रांसीसी और ब्रिटिश संस्कृति शामिल है।


      भारत के हर राज्य में उनके लोक संगीत और नृत्य है, जिसका पालन वो सदियों से कर रहे हैं। इनमें भरतनाट्यम, कत्थक, कुचिपुड़ी, कथकली, मणिपुरी और ओडिसी जैसे नृत्य शामिल हैं।


      हमारे देश के अलग-अलग राज्यों का पहनावा व वेशभूषा अलग-अलग है।


       भारत का कुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा मेला है। इस मेले में 10 करोड़ से भी अधिक लोग आते हैं।


      वाराणसी, उज्जैन, हरिद्वार और प्रयागराज भारत के सबसे पुराने धार्मिक स्थलों में से एक हैं।


       हिंदू धर्म के अनुयायी द्वारा चारधाम की यात्रा के बारे में हर किसी ने सुना ही होगा। ये चारधाम केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री हैं।


       पंजाब के अमृतसर शहर में स्थित गोल्डन टेम्पल (स्वर्ण मंदिर) में सबसे ज्यादा धार्मिक यात्री आती हैं।


      भारत दुनिया का सबसे ज्यादा मस्जिद वाला देश है। यहां 3 लाख से भी अधिक मस्जिद हैं।


       भारत में मुख्य रूप से हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध, पारसी और कुछ अन्य धर्म के लोग रहते हैं। यहां सभी धर्म के लोगों को बराबर का अधिकार दिया गया है।


      तो चलिए, अब भारत के ऐतिहासिक तथ्यों पर एक नजर डालते हैं।


      ऐतिहासिक तथ्य


      भारत में कई ऐसी ऐतिहासिक घटनाएं घटित हुई हैं, जिसके बारे में जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे। उन्हीं ऐतिहासिक तथ्यों के बारे में हम यहां बता रहे हैं:


      हरियाणा के पानीपत में तीन ऐतिहासिक युद्ध हुए हैं। पहला युद्ध 1526 में हुआ था, जिसमें बाबर ने इब्राहिम लोदी को हराया था। दूसरा युद्ध 1556 में सम्राट हेम चंद्र विक्रमादित्य और अकबर की सेना के बीच हुई थी, जिसमें अकबर की सेना विजय हुई थी। तीसरा युद्ध 1761 में लड़ा गया था, जिसमें अहमदशाह अब्दाली ने मराठों को पराजय किया था।


      भारत में पहले बार आजादी का बिगुल सन 1857 को बजा। इसकी शुरुआत मंगल पांडे द्वारा की गई थी।


      हल्दीघाटी का प्रसिद्ध युद्ध 18 जून 1576 को मुगल बादशाह अकबर और महाराणा प्रताप के बीच लड़ा गया था।


      भारत में अंग्रेज पहली बार 24 अगस्त 1608 को व्यापार के उद्देश्य से आए थे और फिर धीरे-धीरे पूरे भारत को गुलाम बना लिया।


      दुनिया को जितने निकला सिकंदर अपने सेना के साथ भारत पहुंचने के बाद भी बिना विजय के वापस लौट गया। ऐसा कहा जाता है कि सिकंदर और उसकी सेना मगध के नंद साम्राज्य की शक्तिशाली सेना से डर गई थी।


      भारत की रानी लक्ष्मी बाई दुनिया की महान महिला शासकों में से एक थी।


      भारत में विकास का दौर 8 हजार वर्ष पहले सिंधु घाटी की सभ्यता के साथ शुरू हो गया था।


      दुनिया का पहला विश्वविद्यालय भारत में शुरू हुआ, जिसे तक्षशिला विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता था। इसे तकरीबन 700 ईसा पूर्व स्थापित किया गया था।


      दुनिया के सबसे प्राचीन और बड़े नगरों में से एक पाटलिपुत्र भारत में ही था। प्राचीन काल में यह मगध राज्य की राजधानी हुआ करती थी।


      भारत ने सदियों पहले से ही गणित के क्षेत्र में कई योगदान दिए हैं। वहीं, कई गणित से जुड़ी शाखाओं की खोज भारत में हुई। इसमें बीजगणित (अल्जेब्रा), त्रिकोणमिति (ट्रिगोनोमेट्री) और कलन (कैलकुलस) शामिल है।


      शून्य (जीरो) का आविष्कार करने वाले आर्यभट्ट भारत के थे। इसके अलावा, दशमलव प्रणाली की शुरुआत भी भारत में ही हुई थी।


      भारत के चाणक्य को दुनिया के महान राजनीतिज्ञों में से एक माना जाता है। उनका लिखा अर्थशास्त्र व कूटनीति शास्त्र आज भी प्रासंगिक माना गया है।


      हमारे देश के महान विद्वान व गणितज्ञ बौधायन ने सबसे पहले पाई के मूल्य की गणना की थी।


      आयुर्वेद विश्व की सबसे पुरानी चिकित्सा पद्धति है, जिसकी शुरुआत भारत में हुई थी। ऐसा माना जाता है कि महर्षि चरक ने 2500 वर्ष पहले आयुर्वेद की रचना की थी।


      भारत की ओर से चांद पर कदम रखने वाले पहले भारतीय राकेश शर्मा थे। वह 3 अप्रैल 1984 को चांद पर पहुंचे थे।


      इस लेख के अगले भाग में हम भारत में पाए जाने वाले प्राणियों से संबंधित तथ्य दे रहे हैं।


      प्राणियों के बारे में तथ्य


      अधिकतर भारतीय लोगों को पशु-पक्षियों से लगाव होता है। हमारे देश में पशु-पक्षियों के संरक्षण के लिए कई जगहों का चयन किया गया है। नीचे हम इन्हीं प्राणियों के बारे में रोचक तथ्य बता रहे हैं।


      हमारे देश में लगभग 500 से भी ज्यादा वन्यजीव अभयारण्य हैं।


      भारत में लगभग 1300 से भी ज्यादा पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं।


      हिमालयन नीली भेड़ पूरी दुनिया में सिर्फ भारत में ही पाई जाती है।


      पूरी दुनिया में अधिक भेड़ पाए जाने वाला दूसरा देश भारत है। यहां भेड़ों की संख्या 7.5 करोड़ से भी अधिक है। पहले स्थान पर न्यूजीलैंड है।


      सर्दियों के दिनों में दुनिया भर के लाखों प्रवासी पक्षी भारत में आते हैं।


      हमारे देश का राष्ट्रीय पक्षी मोर (Peacock) है।


      हिमालय की पूर्वी व पश्चिमी घाटी को मुख्य रूप से जैव विविधता के लिए जाना जाता है।


      भारत का राष्ट्रीय पशु बंगाल टाइगर है।


      भारत का राष्ट्रीय जलजीव गंगा डॉल्फिन है।


       बंगाल टाइगर, एशियाई हाथी, मगरमच्छ, एशियाई शेर और गंगा डॉल्फिन भारत में मिलने वाली कुछ लुप्तप्राय प्रजातियां हैं।


      भारत के सुंदरवन में सबसे अधिक रॉयल बंगाल टाइगर पाए जाते हैं, इसी वजह से यह जगह विश्व प्रसिद्ध है।


       भारत दुनिया के सबसे अधिक गाय वाले देशों में से एक है।


       काला हिरण भारत में पाए जाने वाले विलुप्त प्रजातियों में से एक है।


      अफ्रीका के बाद सिर्फ भारत में ही शेर प्राकृतिक जंगलों में पाए जाते हैं।


       पूरी दुनिया में सिर्फ भारत में ही एक सींग वाला गैंडा पाया जाता है।


      इस लेख को जारी रखते हुए, आगे हम भारतीय मुद्रा के बारे में तथ्य बता रहे हैं।


      भारतीय मुद्रा के बारे में तथ्य


      पैसे का उपयोग तो हर कोई करता है, लेकिन पैसे से जुड़ी जानकारी बहुत कम ही लोगों को होती है। यहां हम पैसों से संबंधी कुछ ऐसे तथ्य बता रहे है, जिस पर कभी किसी ने ध्यान नहीं दिया होगा।


      हमारे देश में नोट को तैयार करने के लिए कागज के रूप में कपास, टेक्सटाइल फाइबर और गुलमेहंदी इत्यादि का उपयोग किया जाता है।


      हमारे देश में हर नोट पर महात्मा गांधी की चित्र अंकित होता है।


      सभी भारतीय नोट के एक ओर 15 भाषाओं में और दूसरी ओर हिंदी व अंग्रेजी में नोट से जुड़ी जानकारी लिखी होती है।


      एक रुपये के नोट को छोड़कर अन्य सभी नोट रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा छापे जाते हैं। एक रुपये के नोट की छपाई का कार्य भारत सरकार करती है।


      एक रुपये के अलावा सभी नोटों पर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के हस्ताक्षर होते हैं।


      हर भारतीय नोट पर देश से जुड़े किसी न किसी स्थल, स्मारक, जीव या प्रतीक का चित्र अंकित  होता है।


      अगर किसी का नोट फटा हो, तो उसे स्थानीय बैंकों में बदला जा सकता है।


      भारतीय रुपयों को जलना या किसी अन्य तरीके से नष्ट करना एक तरह का दंडनीय अपराध माना जाता है।


      हमारे देश में 1954 से 1978 के बीच 5 हजार और 10 हजार रुपये के नोट का चलन हुआ करता था। अब यह नोट बंद हो चुके हैं।


       भारत से अलग होने के बाद भी कुछ समय तक पाकिस्तान में भारतीय रुपयों का चलन रहा था।


      भारत में मुद्रा प्रचलन की शुरुआत 6 सौ साल पहले शेरशाह सूरी नामक राजा द्वारा की गई थी।


       भारत में नोटों का उत्पादन सन 1938 में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा किया गया था।


       8 नवंबर 2014 को भारत सरकार द्वारा 500 और 1 हजार के नोट का चलन बंद कर दिया गया। इसके बाद 500 व 2 हजार के नए नोट चलन में आए थे।


       हमारे देश के एक रुपये के नोट पर भारत सरकार के वित्त सचिव के हस्ताक्षर होते हैं।


       सिक्कों का निर्माण कोलकाता, मुंबई, नोएडा और हैदराबाद स्थित टकसाल में किया जाता है।


      इस लेख के अगले भाग में हम खेलों से जुड़ी तथ्यों के बारे में बात करेंगे।


      खेलों के बारे में तथ्य


      भारत में खेल सिर्फ एक खेल नहीं है, बल्कि इसे जुनून का दूसरा नाम माना गया है। यहां कई तरह के खेल खेले जाते हैं और विभिन्न खेलों में भारतीयों ने विश्व रिकॉर्ड भी बनाया है। आइए, भारत में खेले जाने वाले कुछ खेलों के बारे में रोचक जानकारी पता करते हैं।


      हमारे देश में क्रिकेट, हॉकी, बैडमिंटन, कुश्ती, कबड्डी, टेनिस, टेबल टेनिस, फुटबॉल, मुक्केबाजी और तीरंदाजी सबसे ज्यादा प्रचलित और लोकप्रिय खेल हैं।


      सांप-सीढ़ी, लूडो, कबड्डी, स्नूकर, पोलो, शतरंज, खो-खो और ताश जैसे कई खेलों की शुरुआत भारत में ही हुई है।


      ओलंपिक खेलों में भारत ने अब तक कुल 28 पदक जीते हैं, जिनमें 9 गोल्ड, 7 सिल्वर व 12 ब्रॉन्ज हैं।


      हमारे देश ने पहली बार सन 1900 में ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया था।


      गीता फोगाट अंतरराष्ट्रीय कॉमनवेल्थ गेम्स में कुश्ती में गोल्ड मेडल जितने वाली भारत की पहली महिला रेसलर हैं।


      भारत के विश्वनाथ आनंद दुनिया के सबसे बेहतरीन चेस खिलाड़ियों में से एक हैं।


      खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने वालों को प्रतिवर्ष राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार और अर्जुन पुरस्कार दिए जाते हैं।


      हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद की याद में हर वर्ष 29 अगस्त को उनकी जन्म तिथि पर राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है।


      सचिन तेंदुलकर भारत के पहले खिलाड़ी है, जिन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया है।


       भारतीय हॉकी टीम ने मेजर ध्यानचंद के नेतृत्व में 1928, 1932 और 1936 ओलंपिक में लगातार तीन बार गोल्ड मेडल जीतकर रिकॉर्ड बनाया था।।


      भारत के सचिन तेंदुलकर दुनिया के एकलौते बल्लेबाज है, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में सौ शतक लगाए हैं।


       मुक्केबाजी में सबसे अधिक गोल्ड मेडल जितने वाली महिला मैरी कॉम भारत से हैं।


       भारत की हिमा दास दौड़ प्रतियोगिता में 19 दिन के अंदर 5 गोल्ड मेडल जीतने वाली दुनिया की पहली महिला धावक हैं।


       दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट का मैदान भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के चायल नामक जगह पर है।


       हमारे देश में क्रिकेट का पहला मैच वर्ष 1721 में खेला गया था।


      अब हम आगे भारतीय संगीत के बारे में कुछ रोचक तथ्य बता रहे हैं।


      संगीत के बारे में तथ्य


      भारतीय संस्कृति के साथ-साथ यहां कि कला-संगीत भी विश्वभर में मशहूर है। समय के साथ-साथ इसमें काफी विकास हुआ है। भारतीय संगीतकारों व गायक को राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। आइए, इसी क्षेत्र से संबंधित भारत की कुछ उपलब्धियों के बारे में जानते हैं।


      भारतीय संगीत में राग की सबसे अहम भूमिका होती है। ऐसा कहा जाता है कि 630 से भी अधिक राग होते हैं।


      भारत के मध्य प्रदेश में भीमबेटका नामक क्षेत्र में स्थित गुफाओं में 30 हजार साल पुराने संगीत वाद्ययंत्र और नृत्य मुद्रा के चित्र बने हुए हैं।


      तबला, वीणा, सारंगी, तानपुरा, मृदंगम, जलतरंग, सितार, पखावज, सरोद और शहनाई आदि भारतीय संगीत के प्रमुख वाद्य यंत्र हैं।


      हमारे देश के शास्त्रीय संगीत को दो भागों में बंटा गया है। पहला हिन्दुस्तानी संगीत व दूसरा कर्नाटक संगीत है। इन दोनों में कर्नाटक संगीत को सबसे पुराना शास्त्रीय संगीत माना जाता है।


      भारत में प्रत्येक राज्य का अलग लोक संगीत है। जैसे – बंगाल से बाऊल, गुजरात से गरबा व महाराष्ट्र से लावणी हैं।


      पं. विष्णु दिगंबर पलुस्कर ने वर्ष 1901 में लाहौर में गंधर्व महाविद्यालय की स्थापना की थी। इसे भारत के प्रथम संगीत विद्यालय का दर्जा प्राप्त है।


      हमारे देश के सबसे प्राचीन ग्रंथ ‘ऋग्वेद’ में संगीत के बारे में विस्तार से बताया गया है।


      भारत की पहली महिला शहनाई वादक बागेश्वरी कमर हैं।


      भारत का प्रथम लोक संगीत एल्बम बंजारन है, जिसमें राजस्थान और गुजरात के लोक गीत थे।


      ऐसा कहा जाता है कि भारत के तानसेन जब मल्हार राग गाते थे, तो बारिश होने लगती थी।


      भारत के प्रसिद्ध गाने “जय हो” को 2009 में ऑस्कर अवॉर्ड मिला था। इस गाने को गुलजार साहब और तन्वी शाह ने मिलकर लिखा है और संगीत ए. आर. रहमान का था। इस गाने के मुख्य गायक सुखविंदर सिंह, ए. आर. रहमान, तन्वी, महालक्ष्मी अय्यर और विजय प्रकाश थे।


       हिंदू मान्यताओं के अनुसार, ब्रह्मा ने नारद मुनि को संगीत वरदान में दिया था।


       भारतीय संगीत में सात स्वर होते हैं, जो इस प्रकार हैं – षड्‍ज (सा), ऋषभ (रे), गंधार (ग), मध्यम (म), पंचम (प), धैवत (ध) व निषाद (नी)।


      अंतरराष्ट्रीय खगोलिय संघ ने 11 नवंबर 2006 को खोजे गए हीन ग्रह का नाम महान शास्त्रीय गायक पंडित जसराज के नाम पर के नाम रखा गया है। इसे भारतीय संगीत की अहम उपलब्धि माना जाता है।


      भारत के पंडित हरिप्रसाद चौरसिया विश्व प्रसिद्ध बांसुरी वादक हैं। उन्हें काला के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन 1992 में पद्म भूषण और 2000 में पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया था।


      चलिए, अब जानते हैं हमारे देश में मनाए जाने वाले त्योहारों से जुड़े तथ्यों के बारे में।


      त्योहारों के बारे में तथ्य


      भारत को त्योहारों का देश भी कहा जा सकता है। यहां वर्षभर में कई ऐसे त्योहार आते हैं, जिसे लोग बड़े धूमधाम से मानते हैं। उन्हीं त्योहार के बारे में हम यहां बता रहे हैं।


      दिवाली पूरे भारत में मनाए जाने वाला सबसे बड़ा त्योहार है। इसे रौशनी का त्योहार भी कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि जब भगवान राम, रावण का वध करने के बाद अयोध्या लौटे थे, तो इस खुशी में पूरे शहर में दीये जलाए गए थे। इसलिए, यह दिन दीपावली के रूप में मनाया जाता है।


      भारत के मुख्य त्योहार में से एक होली भी है। इसे रंगों का त्योहार भी कहा जाता है।


      हमारे देश में ईद को भी धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार रमजान महीने के आखिर में मनाया जाता है।


      गणेश चतुर्थी भारत का लोकप्रिय त्योहार है। इस त्योहार को भगवान गणेश के आगमन से लेकर विसर्जन तक मनाया जाता है। मुंबई और पुणे में गणेश चतुर्थी का उत्सव सबसे अधिक धूमधाम से मनाया जाता है।


      गणेश विसर्जन के कुछ समय बाद भारत में नवरात्र/दुर्गा पूजा का त्योहार मनाया जाता है। यह त्योहार 9 दिन का होता है। दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि उस दिन भगवन राम ने रावण का वध किया था। यह त्योहार कोलकाता में दुर्गा पूजा और गुजरात में नवरात्र के लिए प्रसिद्ध है।


      ओणम भारत के केरल राज्य का मुख्य त्योहार है, जिसे फसल उत्सव के तौर पर मनाया जाता है। यह केरल के लोगों के लिए खास त्योहार होता है।


      पोंगल भारत के तमिलनाडु राज्य का नया साल होता है और इसे भी फसल का त्योहार माना जाता है।


      फसल के शुरुआती समय को दर्शाने के लिए पंजाब व अन्य जगह सिख बैसाखी का उत्सव मनाते हैं।


      भारत में कृष्ण जन्माष्टमी को भी त्योहार की तरह मनाया जाता है। यह भगवान कृष्ण के जन्मदिन पर मनाया जाता है।


      भारत में मनाए जाने वाले त्योहार में से एक करवा चौथ भी है। इस दिन हिंदू और सिख महिलाएं अपने पति के अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और भगवान से प्रार्थना करती हैं।


       रक्षा बंधन हमारे देश का मुख्य त्योहार है। इसमें बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है। बदले में भाई अपने बहन को गिफ्ट देता है और सारी उम्र उसकी रक्षा करता है।


       हमारे देश के प्रसिद्ध त्योहारों में से एक महाशिवरात्रि भी है। इसे भगवान शिव व माता पार्वती के विवाह के उत्सव के तौर पर मनाया जाता है।


       गुरुपुरब सिख धर्म के अनुयायी द्वारा मनाए जाने वाला त्योहार है। इसे गुरु नानक जी के जन्मदिन पर कार्तिक महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है।


       पूरी दुनिया की तरह भारत में भी क्रिसमस बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह मुख्य रूप से ईसाई लोगों का त्योहार होता है।


       मकर संक्रांति भी भारत का प्रसिद्ध फेस्टिवल है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन भगवान सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इस खास दिन पर लोग नदियों में स्नान करते है और सूर्य देवता की पूजा करते हैं।


      चलिए, अब भारतीय आहार से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में जानते हैं।


      भारतीय आहार के बारे में तथ्य


      भारतीय खानपान पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। कई विदेशी यात्री भारत में मुख्य रूप से यहां के खाद्य पदार्थ के सेवन के उद्देश्य से आते हैं। नीचे हम भारत के खानपान से जुड़ी कुछ रोचक बातें बता रहे हैं।


      भारत विश्व का सबसे ज्यादा मसालों का उत्पादन करने वाला देश है।


      हमारे देश का सबसे प्रमुख अनाज चावल व गेहूं है।


      भारत में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला पेय पदार्थ चाय है।


      विश्व की सबसे तीखी मिर्च भारत के पूर्वी क्षेत्रों के राज्यों में उगाई जाती है। इस मिर्च को भूत झोलकिया के नाम से जाना जाता है।


      भारत के कुछ लोकप्रिय खाद्य पदार्थों की उत्पत्ति भारत में नहीं हुई, जिनमें आलू, टमाटर और मिर्च शामिल है। इन खाद्य पदार्थ को पुर्तगाली भारत लेकर आए थे।


      दुनिया में गन्ने के रस से शक्कर यानी चीनी बनाने की शुरुआत सबसे पहले भारत में हुई थी।


      भारत के दक्षिण भाग में अधिकतर चावल से बने खाद्य पदार्थों का सेवन किया जाता है।


      गोवा, पश्चिम बंगाल और केरल राज्य में मछली का सबसे अधिक उत्पादन और सेवन किया जाता है।


      दुनिया में सबसे अधिक आम का उत्पादन भारत में होता है।


       भारत में चाव से खाई जाने वाली जलेबी मुख्य रूप से मिडिल ईस्ट की है। वहां इसका अरबी नाम जबिया है।


      भारत के अलग-अलग राज्य में अलग-अलग तरह के खाद्य पदार्थ लोकप्रिय है, जैसे- बिहार में लिट्टी चोखा, राजस्थान में दाल बाटी चूरमा, गुजरात में उंधियो, महाराष्ट्र में पुरण पोली व श्रीखंड और दक्षिण भारत में पायसन।


       भारत दुनिया का सबसे अधिक दूध उत्पादन करने वाला देश है। भारत में प्रति वर्ष 186 मिलियन टन तक दूध का उत्पादन किया जाता है।


       भारत में शिमला के सेब काफी प्रसिद्ध हैं।


       भारत के असम राज्य में सबसे अधिक चाय की खेती की जाती है।


       केले का सबसे बड़ा उत्पादक देश भारत है।


      आगे कुछ अन्य दिलचस्प रोचक तथ्यों की जानकारी दे रहे हैं।


      अन्य दिलचस्प तथ्य


      अगर यह कहा जाए कि भारत रहस्यों का देश है, तो गलत नहीं होगा। भारत के बारे में पूरी तरह से जानना मुश्किल है। फिर भी हम अधिक से अधिक रोचक तथ्यों को आप तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। भारत से जुड़ी कुछ अन्य काम की बातें इस प्रकार हैं:


      हमारे देश का संविधान विश्व का सबसे लंबा संविधान है।


      विश्व के सबसे लंबे रेलवे लाइन नेटवर्क की सूची में भारत का 5वां स्थान है।


      भारत का डाक नेटवर्क दुनिया का सबसे बड़ा नेटवर्क है।


      भारत में होने वाले कुंभ मेले को अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है।


      पहली बार भारत ने चंद्रमा पर पानी की खोज की थी।


      बालों में शैम्पू करने की शुरुआत भारत से हुई है।


      भारत अंग्रेजी बोलने वाला दुनिया का दूसरा बड़ा देश है। पहले स्थान पर संयुक्त राज्य अमेरिका है।


      भारत दुनिया का सबसे अधिक शाकाहारी आहार का सेवन करने वाला देश है।


      भारत में ही सबसे पहले हीरे का खनन किया गया था।


      भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था माना गया है।


      दुनिया की तीसरी बड़ी आर्मी भारत की है।


      भारत एक बार में 104 सैटेलाइट लांच करने वाला पहला देश है।


      21 जून को मनाए जाने वाले “विश्व योग दिवस” की शुरुआत भारत ने ही की है।


      भारत की शकुंताला देवी को ह्यूमन कैलकुलेटर कहा जाता है, क्योंकि वह मैथ के कैलकुलेशन को कैलकुलेटर से भी तेज हल कर लेती थीं।


      गुजरात के नर्मदा नदी के तट पर स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल के स्टेचू को विश्व में सबसे ऊंचा माना गया है। इस स्टेचू की उंचाई 182 मीटर (597 फीट) है। इसे स्टेचू ऑफ यूनिटी भी कहा जाता है।


      Sunday, December 13, 2020

      December 13, 2020

      चन्द्रमा के बारे में रोचक जानकारी-Amazing Facts about Moon in Hindi

       

      Amazing Facts about Moon in Hindi





        1. अब तक सिर्फ 12 मनुष्य चाँद पर गए है.


        2. चांद धरती के आकार का सिर्फ 27 प्रतिशत हिस्सा ही है.


        3. चाँद का वजन लगभग 81,00,00,00, 000(81 अरब) टन है

        अमेजन जंगल के बारे में रोचक जानकरी

        4. पूरा चाँद आधे चाँद से 9 गुना ज्यादा चमकदार होता है.


        5. नील आर्मस्ट्रोग ने चाँद पर जब अपना पहला कदम रखा तो उससे जो निशान चाँद की जमीन पर बना वह अब तक है


        6. जब अंतरिक्ष यात्री एलन सैपर्ड चाँद पर थे तब उन्होंने एक golf ball को hit मारा जोकि तकरीबन 800 मीटर दूर तक गई.


        7. अगर आप का वजन धरती पर 60 किलो है तो चाँद की low gravity की वजह से चाँद पर आपका वजन 10 किलो ही होगा.


        8. चाँद पर पड़े काले धब्बों को चीन में चाँद पर मेढ़क कहा जाता है.


        9. अब तक के अपोलो अंतरिक्ष यान चाँद से  कुल मिलाकर 296 चट्टानों के टुकड़े अपने साथ लेकर आए हैं जिनका द्रव्यमान(वजन) 382 किलो था


        10. चाँद का सिर्फ 59 प्रतिशत हिस्सा ही धरती से दिखता है.

        Same Useful Post

        11. चाँद धरती के अासपास घूमते समय अपना सिर्फ एक हिस्सा ही धरती की तरह रखता है इसलिए चाँद का दूसरा हिस्सा आज तक धरती से किसी मनुष्य ने नही देखा.


        12. चाँद का व्यास धरती के व्यास का सिर्फ चौथा हिस्सा है और लगभग 49 चाँद धरती में समा सकते हैं.


        13. क्या आपको पता है चाँद हर साल धरती से 4 सेंटीमीटर दूर खिसक रहा है.


        14. अब से 50 अरब साल बाद चाँद धरती का एक चक्कर 47 दिन में पूरा करेगा जो कि वर्तमान में 27.3 दिनो में कर रहा है.


        15. सौर मंडल के 63 उपग्रहो में चाँद का आकार 5 वे नंम्बर पर है


        16. नासा ने विश्‍व रिकार्ड बनाते हुऐ चॉद पर इन्‍टरनेट सुविधा उपलब्‍ध कराई जो जिसकी स्‍पीड 19 एमबीपीएस है


        17. चन्द्रमा के पास अपनी रौशनी नहीं है। चंद्रमा सूरज की रौशनी से ही प्रकाशित होता है


        18. अगर सूरज ना होता तो हम कभी चंद्रमा को भी नहीं देख पाते।


        19. पिछले 41 सालों से चंद्रमा पर कोई व्यक्ति नहीं गया


        20. चंद्रमा गोल नहीं है, इसका आकार अंडाकार है।


        21. चंद्रमा पर 6 झंडे गाढ़े जा चुके हैं जिनमें से 5 अभी भी गढे हुए हैं.

      • SSC CHSL 10+2 Online From 2020
      • चन्द्रमा के बारे मैं सम्पूर्ण रोचक जानकारी—

        Amazing Facts about Moon in Hindi—

        1- अभी तक चांद पर सिर्फ 12 इंसान ही गए हैं।


        2- चन्द्रमा पर 14 दिनों का दिन और 14 दिनों की ही रात होती है। क्योंकि चन्द्रमा पृथ्वी की परिक्रमा 28 दिनों में करता है।


        3- चांद पर मौजूद काले धब्बों को चीन में मेढ़क कहा जाता है।


        4- पृथ्वी पर होने वाले ज्वार भाटा, चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण की वजह से ही होते हैं।


        5- पिछले 41 सालों से चंद्रमा पर कोई व्यक्ति नहीं गया।


        6- 1950 में अमेरिका ने एक बार चंद्रमा पर परमाणु बम गिराने का सोचा था ताकि वो विश्व को अपनी शक्ति दिखा सके।


        7- चंद्रमा का करीब 1-100 नैनोटेस्ला का एक बाह्य चुम्बकीय क्षेत्र है। पृथ्वी की तुलना में यह सौवें भाग से भी कम है। यही कारण है कि अगर आपका वजन पृथ्वी पर 60 किलो है तो चंद्रमा पर यह 10 किलो ही रह जाएगा लो ग्रेविटी की वजह से अंतरिक्ष यात्री चांद पर उछल कूद कर सकते हैं।


        8- चन्द्रमा में खुद का प्रकाश नहीं होता है यह सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित होता है अगर सूर्य ना हो तो चंद्रमा भी हमें नहीं दिखाई देगा।


        9- चंद्रमा में भी भूकंप आते हैं इन्हें भूकंप नहीं बल्कि मूनकैक्स कहा जाता है । वे पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण प्रभाव के कारण होते हैं।


        पृथ्वी पर भूकंपों के विपरीत, जो केवल कुछ ही मिनटों में सबसे अधिक होते हैं, चंद्रमा के आधे घंटे तक रह सकते हैं। वे हालांकि भूकंप की तुलना में बहुत कमजोर हैं।


        10- हर साल पृथ्वी से करीब 4 सेंटीमीटर दूर जा रही है, और इस कारण से शायद अरबो सालों बाद चांद धरती के इर्द-गिर्द एक चक्कर 47 दिन में पूरा कर पाएगा जोकि अब लगभग 28 दिनों में कर रहा है।

        Some Useful Post

        11- चांद के दिन का तापमान 180 डिग्री c तक पहुंच जाता है, और रात को -153 डिग्री c तक होता है।


        12- पृथ्वी पर अगर चंद्र ग्रहण लगा हो तो चांद पर सूर्य ग्रहण होता है।


        13- चांद पर करीब 1,81,400 किलो का मानव निर्मित मलवा पड़ा हुआ है जिसमें 70 से अधिक अंतरिक्ष यान और दुर्घटनाग्रस्त कृत्रिम उपग्रह भी शामिल है।


        14- आपको एक बात जानकर हैरानी होगी, की, आपके मोबाइल फोन में अपोलो 11 यान के चंद्रमा लोडिंग के समय यूज किए गए कंप्यूटर की तुलना से भी अधिक कंप्यूटिंग शक्ति है।


        15- चांद पर जाने वाले पहले व्यक्ति नील आर्मस्ट्रॉन्ग थे। उन्हें फुटबॉल से इतना लगाव था कि वह चांद पर फुटबॉल ले जाना चाहते थे। लेकिन NASA ने उन्हें फुटबॉल ले जाने की इजाजत नहीं दी।


        16- राकेट से चंद्रमा तक जाने में 13 घंटे लगते हैं, इतनी दूरी पर कार से जाने में करीब 130 दिन लग जाएगा।


        17- पृथ्वी से हमें चंद्रमा का केवल एक ही भाग दिखाई देता है हमें पृथ्वी से चन्द्रमा का केवल 59% भाग ही नजर आता है।


        क्योंकि इतने भाग में ही सूर्य की किरणें चन्द्रमा पर पड़ती है जिसके कारण यह धरती से दिखता है। बाकी बचा चाँद का हिस्सा धरती से कभी नहीं दिखता है।


        18- अभी तक कोई भी महिला चांद में नहीं उतरी है और ना ही चांद के चक्कर लगाने वाले मिशन पर शामिल रही हैं।


        19- अभी तक कोई भी भारतीय व्यक्ति चांद पर नहीं गया है। जो 24 व्यक्ति चांद की तरफ गए थे वह सभी अमेरिकी थे।


        20- चंद्रमा में पानी भारत की खोज है इससे पहले भी बहुत से वैज्ञानिकों का मानना था कि चंद्रमा पर पानी होगा परन्तु किसी ने खोजा नहीं।

        Same Useful Post

        Top 9 fact about moon || चन्द्रमा के बारे यह भी जाने 9 रोचक जानकारी ||

        क्या आप जानते है कि आज भी कुछ लोगो मानना हैं कि चाँद पर उतरना मात्र एक अफवाह थी वो सोचते है आज तक चंद्रमा पर कोई भी नहीं गया हैं ऐसी अफ़वाहें तो उड़ती ही रहती हैं आप चांद के बारे में कितना जानते हैं जानिए

        Moon Facts in Hindi
                              चाँद के बारे में रोचक तथ्य

        1- क्या आप जानते हैं कि चंद्रमा गोल नही है बल्कि यह अंडे के आकार का है

        2- क्या आप जानते हैं कि पिछले लगभग 42 साल से चांद पर कोई आदमी नही गया है चाँद का व्यास धरती के व्यास का सिर्फ चौथा हिस्सा है और लगभग 49 चाँद धरती में समा सकते है

        3- क्या आप जानते है कि सौर मंडल के 63 उपग्रहो में चाँद का आकार 5 वे नंम्बर पर है

        4- क्या आप जानते है कि कि क्षेत्रफल की दृष्टि से चन्द्रमा अफ्रीका के क्षेत्रफल के बराबर है.

        5- क्या आप जानते है कि चंद्रमा की गुरुत्वाकर्षण शक्ति पृथ्वी से कम होती है अगर आंकड़ों में बात की जाए तो चांद पर इंसान का वजन 16.5% कम होता है. यही कारण है कि चांद पर अंतरिक्ष यात्री ज्यादा उछलकूद कर सकते हैं.

        6- क्या आप जानते है कि नील आर्मस्ट्रोग ने चाँद पर जब अपना पहला कदम रखा तो उससे जो निशान चाँद की जमीन पर बना वह अब तक है और अगले कुछ लाखों सालो तक ऐसा ही रहेगा. क्योंकि चांद पर हवा तो है ही नही जो इसे मिटा दे.

        7- क्या आप जानते है कि आज तक महज 12 लोग ही चांद पर कदम रख पाए हैं तथा जब अंतरिक्ष यात्री एलन सैपर्ड चांद पर थे तब उन्होंने एक golf ball को hit किया जोकि तकरीबन 800 मीटर दूर तक गई थी

        8- क्या आप जानते है कि अपने बैग और एक अमेरिकन झंडे के अलावा एपोलो 11 के अंतरिक्ष यात्री  चांद की धरती पर कुछ यादगार निशानी भी छोड़ गए थे तथा जिनमे से चंद्रमा पर मनुष्य द्वारा छोडे गए 96 बैग ऐसे है जिनमें केवल मल,मूत्र और उल्टी है।

        9- क्या आप जानते है कि पृथ्वी पर अगर चंद्र ग्रहण लगा है तो चांद पर सूर्य ग्रहण होगा।


        धारा 144 क्या है

        धारा 376 क्या है

        भारतीय दण्ड संहिता की महत्पूर्ण धारा

        चन्द्रमा के बारे में महत्पूर्ण प्रश्न Moon About Most Important questions in Hindi

        1- चंद्रमा के सतह और उसकी आन्तरिक स्थिति के अध्ययन को सेलेनोलोजी कहते है 

        2- चंद्रमा पर धुल के मैदान को शांति सागर कहते है 

        3- चन्द्रम को जीवाश्म ग्रह भी कहा जाता है 

        4- चंद्रमा पर सबसे ऊँचा पर्वत लिबनिटज पर्वत है
         
        5-चन्द्रम पृथ्वी की एक परिक्रमा २७ दिन और 8 घंटे में करता है 

        6- पृथ्वी से चन्द्रमा का 57% भाग दिखाई देता है
         
        7- चंद्रमा का कुल व्यास ३४८० किलोमीटर है 

        8- सुपर मून:- जब चंद्रमा पृथ्वी के सबसे पास हो उस स्थिति को सुपर मून (पेरिजी फुल मून) कहते है इस समय चंद्रमा १४% अधिक बड़ा दिखाई देता है 
        ब्लू मून:- एक calendar महीने में दो पूर्णिमा हो तो दूसरी पूर्णिमा को ब्लू मून कहते है 

        9- मून ईयर :- जब एक साल में दो या दो से अधिक महीने ब्लू मून के हो तो इसे मून इयर कहते है

             

        अगर चांद नहीं होता तो...

        अगर चांद नहीं होता तो धरती पर दिन-रात 24 घंटे के बजाए सिर्फ छह से 12 घंटे का ही होता। एक साल में 365 दिन नहीं बल्कि 1000 से 1400 के आसपास दिन होते।


        विज्ञान के हिसाब से चांद पर पृथ्वी की तुलना में गुरुत्वाकर्षण कम है इसी कारण चंद्रमा पर पहुंचने पर इंसान का वजन कम हो जाता है और ये अंतर करीब 16.5 फीसदी तक होता है।


        सौर मंडल का 5वां सबसे विशाल प्राकृतिक उपग्रह

        चंद्रमा एक उपग्रह है जो कि पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाता है। इसका जन्म 4.5 अरब साल पहले पृथ्वी से हुई एक टक्कर के बाद चंद्रमा का जन्म हुआ था। यह सौर मंडल का 5वां सबसे विशाल प्राकृतिक उपग्रह है। पृथ्वी के मध्य से चन्द्रमा के मध्य तक कि दूरी 384, 403 किलोमीटर है।

        चंद्रमा से आसमान नीला नहीं बल्कि काला दिखायी देता है

        सोवियत राष्ट् का लूना-1 पहला अन्तरिक्ष यान था जो चन्द्रमा के पास से गुजरा था।


        चंद्रमा पर वायुमंडल नहीं है। वहां अत्यंत न्यून वायु है।


        चंद्रमा से आसमान नीला नहीं बल्कि काला दिखायी देता है क्योंकि प्रकाश का प्रकीर्णन वहां नहीं होता।


        सूर्य के बाद आसमान में सबसे अधिक चमकदार निकाय चन्द्रमा है,चन्द्रमा की तात्कालिक कक्षीय दूरी, पृथ्वी के व्यास का 30 गुना है इसलिए आसमान में सूर्य और चन्द्रमा का आकार हमेशा सामान नजर आता है।

        चांद का है धार्मिक महत्व

        अलग अलग धर्मों में चांद का अपना एक महत्व होता है। हिंदू धर्म में चांद को चंद्र देवता के रूप में मानते है। वहीं मुस्लिम धर्म में ईद का त्योहार चांद पर आधारित होता है।हमारे देश में कई ऐसे त्योहार है जो चांद पर आधारित है। इन व्रत त्योहारों की पूजा चांद के दर्शन करने के बाद ही संपन्न मानी जाती है।


        Sunday, November 29, 2020

        November 29, 2020

        अमेजन जंगल के बारे में संपूर्ण जानकारी,Amazon ka Jungle Details in Hindi

         


        अमेज़न जंगल का रहस्य

        अमेज़न का जंगल इस समय चर्चा में है. इसके पीछे कारण है, वहां पिछले दो हफ्ते से भीषण आग लगी है. स्पेस रिसर्च सेंटर नासा ने इसकी जो तस्वीर भेजी है वह डराने वाली है. वैसे इस तस्वीर से पहले साओ पाउलो शहर के लोगों ने इसकी विभिषिका देख ली है, जब सोमवार की दोपहर पूरे शहर में अंधेरा छा गया था और चारों तरफ धुएं की महक थी.

        अमेजन का जंगल दुनिया का सबसे बड़ा रेन फॉरेस्ट (वर्षावन) है. दुनिया का 20% ऑक्सीजन यहीं से आता है, इसलिए इसे 'पृथ्वी का फेफड़ा' भी कहते हैं. यह जंगल 2.1 मिलियन वर्गमील में फैला हुआ है. दक्षिणी अमेरिका से ब्राजील तक फैले इस जंगल के बारे में कहा जाता है कि अगर ये कोई देश होता, तो दुनिया का 9वां सबसे बड़ा देश होता.  

      • SSC CHSL 10+2 Online From 2020
      • अमेज़न जंगल की जानकारी | Amazon ka Jungle Details in Hindi

        अमेज़न के जंगल को एक तरफ दुनिया का सबसे खतरनाक जंगल भी कहा जाता है तो दूसरी तरफ सबसे सुंदर. एक तरफ इसे खतरनाक जानवरों के लिए जाना जाता है तो दूसरी तरफ इससे मिलने वाली साफ पानी के लिए. माना जाता है कि यहां जैव-विविधताएं (बायोडायवर्सिटी) का भंडार है. 

        

        लीड्स यूनिवर्सिटी ने साल 2017 में एक रिसर्च की थी. इसमें ये पाया गया कि अमेज़न बेसिन जितना कार्बन ग्रहण करता है, वो में कई देशों द्वारा हुए उत्सर्जन से मैच करता है. मतलब देश जितना कार्बन बेसिन में उत्सर्जित करता है, उतना ही अमेजन बेसिन से लेता है. हालांकि जगंलों के जलने से कार्बन का उत्सर्जन बढ़ जाता है और इन दिनों तो ये सबसे ख़राब स्थिति में है. 

        वैज्ञानिक कार्लोस नोबर और थॉमस ई लोवेजाय अपने रिसर्च में कहते हैं कि जिस तरीके से अमेज़न के जंगलों को काटा जा रहा है, वह दुनिया के सबसे बड़े जंगल से सबसे बड़े सावन क्षेत्र में बदल सकता है. बता दें कि सावन क्षेत्र में छोटे-छोटे पौधों के साथ घास का जंगल होता है. इससे क्षेत्र की इकोलॉजी भी बदल सकती है.

           Same Useful Post

        



        नेशनल जियोग्राफ़िक की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेज़न रेनफॉरेस्ट का असर सिर्फ क्षेत्रीय वॉटर साइकल पर नहीं होता, बल्कि इसका असर ग्लोबल स्केल पर होता है. अमेज़न के जंगलों से जिस तरह बारिश होती है, वह क्षेत्रों से होते हुए पहाड़ों के कोने तक पहुंचती है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेज़न रेनफॉरेस्ट के पास वहक्षमता  है कि वह जितना बारिश पाता है, उसका आधा प्रोड्यूस कर देता है. यह चक्र एक नाजुक संतुलन है, जिसके टूटने पर गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं. 

        अमेजन जंगल कहां है |  Amazon Jungle Kahan Hai

        अमेज़न के जंगल 9 देशों से होकर गुज़रते हैं. इन जंगलों का करीब 60 फ़ीसदी ब्राज़ील, 13 फ़ीसदी पेरू, 10 फ़ीसदी कोलंबिया और बाकी का हिस्सा इक्वाडॉर , गुयाना, वेनेज़ुएला, बोलिविया, सूरीनाम और फ्रेंच गुयान से होकर गुज़रता है. 

        बता दें कि प्रृथ्वी पर जितने जीव हैं, उसके एक तिहाई को एक साथ आप अमेज़न के जंगलों में ही देख सकते हैं. यहां 390 अरब पेड़ हैं, जिसमें 16 हज़ार से ज़्यादा उनकी प्रजातियां हैं. इतना ही नहीं, यहां 400 से ज्यादा आदिम जनजातियां भी रहती हैं. इन जनजातियों का बाहरी दुनिया से किसी तरह का संबंध नहीं है.

        Some Useful Post

        अमेज़न के जंगलों के कीड़ों की काफ़ी चर्चा होती है. माना जाता है कि यहां इतने हज़ार तरह के कीड़े और जंतु मिलते हैं कि उनमें से कुछ ही फ़ीसदी के बारे में अबतक वैज्ञानिकों को पता चला है. यहां की बुलेट चींटिया भी काफ़ी ख़तरनाक होती हैं. देखने में छोटी वाली इन चिटियों के डंक को ज़हर की तरह खतरनाक माना जाता है. कहा जाता है कि इनके काटने पर गोली लगने जितना दर्द होता है. 

        चिटियों के बाद यहां की मकड़ियों की चर्चा होती है. यहां 3 हज़ार से ज़्यादा इनकी प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें ज़्यादातर ज़हरीली होती हैं. टारान्टुला मकड़ी को सबसे ख़तरनाक माना जाता है. इसके बाल भी इतने ख़तरनाक होते हैं कि आपकी आंखों में पड़ गए, तो शीशे की तरह उसे फोड़ देंगे.


        आग की क्या स्थिति है?

        रिपोर्ट्स के मुताबिक, दो साल में अमेज़न के जंगल में आग लगने की घटनाओं में 83 फ़ीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है. इसके कारणों में कुछ लोग इसे जंगलों की अंधाधुंध कटाई बता रहे हैं, तो कुछ षडयंत्र तो कुछ सरकार की लापरवाही. नासा के मुताबिक, सिर्फ़ इस साल आग लगने के 72843 मामले सामने आए हैं. इसमें अमेजन बेसिन में ही आग लगने की 9507 घटनाएं सामने आ चुकी हैं.


        Same Useful Post

        अमेजन जंगल में आइए जानते हैं ऐसी नदी जिसे मोत की नदी कहा जाता हैं

        मौत की नदी: जो उतरा कभी बाहर नहीं आया, अनसुलझा है राज


        नई दिल्ली : अमेजन फॉरेस्ट में जंगल अरबों एकड़ में फैला है। जहां आज तक कोई नहीं पहुंचा। रहस्यों से भरे इस जंगल की विशालता इस बात से ही लग सकती है कि ये नौ देशों के बॉर्डर से लगता है। अमेजन वैसे भी रहस्यों से भरा जंगल है। एक ऐसा जंगल, जिसे दुनिया का सबसे बड़ा जंगल कहा जाता है, क्योंकि यह अरबों एकड़ में फैला हुआ है। यह जंगल इतना विशाल है कि यह अकेले ही नौ देशों की सीमाओं को छूता है। कहते हैं कि इस जंगल में ऐसे जीव-जंतु या अन्य चीजें मौजूद हैं, जिनके बारे में इंसान जानता तक नहीं। यही वजह है कि इस जंगल में ज्यादा अंदर तक जाने के बारे में इंसान सोचता तक नहीं। इसी जंगल में मौजूद है एक ऐसी नदी, जिसका पानी हमेशा उबलता रहता है। कहते हैं कि अगर इसके पानी में गलती से भी कोई गिर जाए तो उसकी मौत लगभग तय है।

         धारा 144 क्या है

        धारा 376 क्या है

        भारतीय दण्ड संहिता की महत्पूर्ण धारा


        आंद्रे रूजो  जिज्ञासा

        पेरू में मौजूद इस रहस्यमय नदी की खोज भूवैज्ञानिक आंद्रे रूजो ने साल 2011 में की थी। मयानतुयाकू नामक (बॉइलिंग रिवर )इस नदी की खोज की कहानी बड़ी ही दिलचस्प है, जिसके बारे में आंद्रे रूजो ने बताया है। दरअसल, बचपन से ही रूजो ने ऐसी काल्पनिक नदियों की कहानियां सुन रखी थी, जो उन्हें आश्चर्य से भर देती थीं, लेकिन तब उन्हें इस बात का बिल्कुल भी अहसास नहीं था कि ऐसी नदी सच में होती है।

         


        उबलने के पीछे क्या वजह

        यहां पर पशु-पक्षियों और पेड़-पौधों की ऐसी प्रजातियां हैं, जिनके बारे में हमें कोई अंदाजा ही नहीं। इसी अमेजन फॉरेस्ट के एक हिस्से में जो पेरू से लगा हुआ है, एक नदी है जो लगातार उबलती रहती है। वैज्ञानिक इसे दुनिया का सबसे बड़ा थर्मल रिवर मान रहे हैं और ये समझने की कोशिश में हैं कि आखिर नदी के उबलने के पीछे क्या वजह है। पेरू से जुड़े हुए अमेजन फॉरेस्ट में आंद्रे को उबलती हुई नदी मिली। लगभग चार मील तक फैली इस नदी के आसपास पेरू की जनजाति  की बसाहट है, जो इस नदी को पवित्र नदी मानते हैं और इसे स्थानीय भाषा में मयानतुयाकू कहते हैं।

         

         


        ‘द बॉयलिंग रिवर: एडवेंचर एंड डिस्कवरी इन द अमेजन’

        एक रिपोर्ट के अनुसार आंद्रे ने बाद में टेक टॉक में बताया कि नदी का पानी खासा गर्म है। अगर उसमें अंगुली डाली जाए तो एक सेकंड के भीतर थर्ड डिग्री बर्न हो सकता है। यह नदी करीब मील लंबी है। रूजो के मुताबिक, इसका पानी इतना गर्म है कि उससे आप चाय भी बना सकते हैं। आंद्रे ने अपने सामने ही कई जानवरों को नदी में गिरते और उबलते हुए देखा. उन्होंने इस नदी के बारे में ‘द बॉयलिंग रिवर: एडवेंचर एंड डिस्कवरी इन द अमेजन’ नाम की एक किताब भी लिखी है जो ज्वालामुखी इस नदी से सबसे करीब है, वो भी लगभग 700 किलोमीटर दूर है। ऐसे में ज्वालामुखी के कारण नदी का पानी नहीं उबल रहा।

         


        धारा 144 क्या है

        धारा 376 क्या है

        भारतीय दण्ड संहिता की महत्पूर्ण धारा

        वैज्ञानिक शोध जारी

        इस नदी के बारे में हमारे पूर्वज जानते रहे होंगे। आंद्रे के अनुसार तब इस नदी का नाम था, जिसका मतलब है सूरज की गर्मी से उबला हुआ पानी। फिलहाल इस नदी को समझने के लिए एक प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है, जिससे पास रहने वाले जनजाति समुदाय को भी जोड़ा गया है। इसके तहत पर्यटन करने वाले सैलानियों को बताया जाता है कि वे किसी भी हाल में नदी में कुछ फेंके नहीं और न कोई नुकसान पहुंचाए। न ही तैरने की सोचें क्योंकि करीब 80 डिग्री सेल्सियस से भी ज्यादा तापमान वाला पानी सेकंड्स में बुरी तरह से जला सकता है।रूजो  ने इस नदी के बारे में ‘द बॉयलिंग रिवर: एडवेंचर एंड डिस्कवरी इन द अमेजन’ नाम की एक किताब भी लिखी है, जिसमें उन्होंने इसके रहस्यों के बारे में बताया है। उनके मुताबिक, यह नदी प्रकृति का आश्चर्य है, जिसका पानी रहस्यमय तरीके से उबल रहा है। इस बारे में वैज्ञानिक शोध कर रहे हैं, लेकिन अब तक यह पता नहीं चल सका है कि इसका पानी क्यों इतना गर्म है।


        Thursday, September 24, 2020

        September 24, 2020

        गंगा नदी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी

         गंगा नदी के बारे मैं
        सम्पूर्ण जानकारी

        हेल्लो दोस्तों आपका स्वागत आपकी अपनी वेबसाइट WWW. GYAN KI LIFE में तो दोस्तो आज हम इस पोस्ट में गंगा नदी की सम्पूर्ण जानकारी के बारे में पढ़ेंगे

        तो आज का हमारा टॉपिक रहेगा गंगा नदी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी
        तो आइए दोस्तों जानते हैं गंगा नदी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी

        गंगा नदी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी~ 

        आज हम आपको भारत की पवित्र और सबसे लंबी नदी गंगा के बारे में बताने जा रहे है। गंगा नदी भारत की सबसे महत्वपूर्ण नदी मानी जाती हैं। यह नदी भारत, नेपाल, बांग्लादेश में बहती है। इसकी नदी की लम्बाई 2525 किलोमीटर है 

        गंगा नदी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी~

         तो आइए जानते है गंगा नदी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी~

        गंगा नदी की कहानी~
        हम अक्सर अपने पूर्वजो से कई किस्से कहानिया सुनते है और ऐसी बहुत सी कथाये भी है जिनके बारे में केवल हमारे बुजुर्ग ही हमे बता पाते है ! वैसे आज कल के समय में कथाये बुजुर्गो से कम और गूगल से ज्यादा सुनने को मिलती है ! ये तो थी एक समझदारी भरी सोच की राय , पर आज हम भी आपको ऐसी ही एक कथा के बारे में बताने जा रहे है जिसे पढ़ने के बाद आप हमेशा भारत के इतिहास को जानने के लिए उत्सुक रहेगे ! जी हा हमारे देश की सबसे पवित्र और पुरानी नदी के बारे में तो सब जानते ही होंगे ! वो है गंगा नदी की कहानी जो आज भी पवित्र और शुद्ध है !

        आज भी बहुत से ऐसे लोग जो अपने पाप धोने गंगा नदी में जाते है और इतना ही नहीं गंगा नदी (Ganga Nadi) का जल इतना पवित्र है कि लोग इसे अपने घरो में संभल कर रखते है ! वैसे इसका प्रयोग घर को शुद्ध रखने में भी किया जाता है ! गंगा को स्वर्ग की नदी के समान समझ जाता है ! शायद इसलिए इसे गंगा माता भी कह कर पुकारा जाता है ! ये अकेली ऐसी नदी है जिसे भगवान् की तरह पूजा जाता है ! पर क्या आप जानते है कि ये नदी जितनी गहरी है इसके पैदा होने का रहस्य भी उतना ही गहरा है ! अर्थात गंगा नदी (Ganga Nadi) उत्पन्न कैसे हुई और इसका प्राचीन इतिहास क्या है इसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते होंगे ! तो चलिए हम आपको बताते है इस प्राचीन नदी का अनोखा इतिहास !

        गंगा नदी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी

        गंगा की उत्पत्ति की कहानी

        गंगा नदी

        गंगा की उत्पत्ति का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है. हिन्दू धर्म में गंगा की उत्पत्ति की कहानी दो कथाओं में बताई गयी है. आइये जानते है ये कथाएं- कहते है बलि नाम का एक राजा था जो बहुत बहादुर था ! अपनी बहादुरी के चलते उन्होंने स्वर्ग के राजा इंद्र को युद्ध के लिए ललकारा ! पर उसकी बहादुरी देख कर भगवान् इंद्र को लगा कि यदि यह जीत गया तो स्वर्ग का सारा राज्य हथिया कर ले जायेगा !

        गौरतलब है कि राजा बलि बहुत बड़े विष्णु भक्त थे ! अब दुविधा देखिये कि इंद्र देव सहायता के लिए भगवान् विष्णु के पास ही गए और तब विष्णु जी ने इंद्र देव जी की सहायता की ! विष्णु जी उस समय अपने असली रूप में नहीं बल्कि वामन ब्राह्मण का अवतार लेकर राजा बलि के राज्य में गए ! पर तब राजा बलि अपने राज्य की समृद्धि के लिए एक यज्ञ कर रहे थे ! फिर भी विष्णु जी उसी अवतार में राजा बलि के पास गए और उनसे दान मांग लिया !

        विष्णु जी ने बहुत ही चालाकी से राजा बलि से तीन कदम ज़मीन मांग ली ! पर आश्चर्य की बात ये है कि राजा बलि जानते थे कि वो भगवान् विष्णु है जो ब्राह्मण अवतार में आये है ! फिर भी उन्होंने सोचा कि वो किसी ब्राह्मण को अपने द्वार से खाली हाथ नहीं जाने दे सकते ! इसलिए उन्होंने तीन कदम ज़मीन देने के लिए हाँ कर दी ! पर जैसे ही विष्णु जी ने पहला कदम रखा तो उनका पैर इतना बड़ा हो गया कि सारी ज़मीन एक ही बार में नाप ली ! फिर उन्होंने दूसरा कदम आकाश की तरफ रखा तो सारा आसमान नाप लिया ! पर जब तीसरे कदम की बारी आयी तो विष्णु जी ने राजा बलि से पूछा कि ये तीसरा कदम कहाँ रखू तो राजा बलि ने बड़ी उदारता से कहा प्रभु मेरे सर पर रख लीजिये ! जैसे ही विष्णु जी ने उसके सर पर कदम रखा तो वो सीधा पाताल लोक में ज़मीन के नीचे समा गया जहाँ केवल असुरो का शासन था !

        गंगा नदी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी

        गंगा नदी

        इस कथा में ऐसा कहा जाता है कि जब भगवान् विष्णु ने आकाश की तरफ अपना कदम रखा था तब खुद ब्रह्मा जी ने उनके पाँव धुलाये थे और उसका सारा जल एक कमंडल में इकट्ठा कर लिया ! इसी जल को गंगा का नाम भी दिया गया और यही वजह है कि गंगा को ब्रह्मा की पुत्री भी कहा जाता है ! वो कुमंडल इतना बड़ा था कि उसमे इकठ्ठा किया हुआ जल एक नदी जितना विशाल था ! इस तरह गंगा नदी का जन्म हुआ !


        गंगा नदी का जन्म

        गंगा नदी का धरती पर प्रवेश | गंगा नदी का इतिहास
        गंगा नदी का इतिहास काफी ज्यादा गौरवशाली रहा है. इस कथा को पढ़ने के बाद ये तो पता चल गया कि गंगा नदी हमेशा से पृथ्वी पर नहीं थी बल्कि उन्हें पृथ्वी पर लाया गया था क्योंकि उनका जन्म तो स्वर्गलोक में हुआ था ! तो सवाल ये उठता है कि वो इस धरतीलोक में आयी कैसे ? इसका जवाब भी हमारे पास मौजूद है ! दरअसल उस युग में बहुत प्रतापी राजा हुआ करते थे और राजा बलि के बाद राजा सागर भी उन्ही में से एक थे ! उस युग में राजा अपने साम्राज्य को बढ़ाने के लिए एक यज्ञ किया करते थे जिसे अश्वमेघ यज्ञ भी कहा जाता था ! इसमें ऐसा होता था कि एक घोडा राज्य में छोड़ दिया जाता था और वो घोडा जिस भी राज्य से गुजरता था वो राज्य यज्ञ करने वाले राजा का हो जाता था ! पर इसी बीच अगर किसी राजा ने वो घोडा पकड़ लिया तो उस राजा को यज्ञ करने वाले राजा के साथ युद्ध करना पड़ता था !

        एक बार राजा सागर ने भी ऐसा ही अश्वमेघ यज्ञ किया था और घोडा छोड़ दिया ! पर उस समय भी इंद्र देव को ये भय था कि कही अगर घोडा स्वर्ग से गुजरा तो स्वर्ग का सारा राज्य राजा सागर के पास चला जायेगा और यदि कही घोडा पकड़ लिया तो राजा सागर से युद्ध जीतने की भी कोई उम्मीद नज़र नहीं आ रही थी ! ऐसी स्थिति में इंद्र देव ने बहुत ही चालाकी से सोच समझ कर निर्णय लिया और भेष बदल कर घोडा पकड़ा और उसे कपिल मुनि के आश्रम में बांध दिया !

        राजा सागर को इस बात का पता चला कि उनका घोडा किसी ने पकड़ लिया तो उन्होंने गुस्से में अपने साठ हज़ार पुत्रो को युद्ध के लिए भेजा ! कपिल मुनि अपने आश्रम में ध्यान लगा कर बैठे थे ! राजा सागर के पुत्र भी घोड़े की तलाश कर रहे थे और जब उन्होंने घोडा आश्रम में देखा तो आश्रम में हुई चहल पहल से मुनि जी का ध्यान हट गया ! जब राजा के पुत्रो ने मुनि जी पर घोडा पकड़ने का झूठ इलज़ाम लगाया तब मुनि जी ने गुस्से में आकर राजा के सारे पुत्रो को भस्म कर दिया ! इसके बाद राजा के पुत्रो की आत्मा को शांति नहीं मिल रही थी ! यही राजा सागर की कहानी का अंत हो गया !

        गंगा नदी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी

        गंगा नदी का जन्म

        कई पीढियो के बाद उस कुल में राजा भागीरथ का जन्म हुआ ! उन्होंने ये निश्चय कर लिया कि वे अपने पूर्वजो की आत्मा को जरूर शांति दिलवाएंगे ! इसलिए उन्होंने भगवान् की कठोर तपस्या की और उनकी तपस्या से खुश होकर भगवान् विष्णु ने राजा भागीरथ को अपने दर्शन दिए !

        भागीरथ ने गंगा नदी को धरती पर लाने की प्रार्थना की ! दरअसल राजा भागीरथ के पूर्वजो की आत्मा को शांति तभी मिल सकती थी जब उनकी अस्थियां गंगा नदी में बहाई जाये ! इसलिए राजा भागीरथ ने भगवान् विष्णु से ये वरदान माँगा था ! पर भगवान् विष्णु ने कहा कि गंगा बहुत ही क्रूर स्वाभाव की है पर फिर भी वो बहुत मुश्किल से धरती पर आने के राज़ी हो गयी ! पर मुश्किल ये थी कि गंगा नदी का प्रवाह इतना ज्यादा था कि यदि वो धरती पर आती तो सारी धरती तूफान में बह जाती और नष्ट हो जाती ! ऐसे में भगवान् विष्णु ने शिव जी से प्रार्थना की कि वो गंगा (Ganga Nadi) को अपनी जटाओं में बांध कर काबू करे ताकि धरती को कोई नुकसान न हो !

        जब गंगा बहुत तीर्व गति से धरती पर उतरी तब चारो तरफ धरती पर तूफान सा छा गया ! ऐसे में भगवान् शिव ने गंगा को अपनी जटाओं में समा कर एक पतली धार के समान धरती पर उतारा ! इस तरह गंगा का धरती पर प्रवेश हुआ ! अगर देखा जाये तो राजा भगीरथ के कारण गंगा नदी धरती पर आयी इसलिए उसे भागीरथी भी कहा जाता है !

        गंगा नदी (Ganga Nadi)की स्वर्ग से धरती तक की इस यात्रा कथा को पढ़ कर आपको पता चल ही गया होगा कि गंगा का हमारे जीवन में क्या महत्व है ! इसकी पवित्रता आत्मा को भी शुद्ध कर देती है ! इसलिए गंगा नदी को हमेशा पवित्र रहने दे तभी वो धरती पर आकर समृद्ध रह पायेगी !

        गंगा नदी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी~ दोस्तों आपको में गंगा नदी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी के साथ साथ गंगा नदी के बारे में रोचक जानकारी भी बताउगा

        तो आइए जानते हैं गंगा नदी के बारे में रोचक जानकारी~




        गंगा नदी के बारे में रोचक तथ्य :-

        यह भारत कि राष्ट्रीय नदी है . 4 नवंबर 2008 को राष्ट्रीय नदी बनाया गया .

         यह भारत कि तीसरी सबसे बड़ी नदी है . 1st -सिंधु नदी
        गंगा नदी का जिक्र हिन्दुओ के सबसे पुराने वेद ऋग्वेद  में भी मिलता है / जिसने गंगा को जाह्नवी कहा गया /

         वैज्ञानिक मानते हैं कि इस नदी के जल में बैक्टीरियोफेज नामक विषाणु होते हैं, जो जीवाणुओं व अन्य    हानिकारक सूक्ष्म जीवों को जीवित नहीं रहने देते हैं।

         गंगा घाटी में ही रामायण और महाभारत क़ालीन युद का उद्भव हुआ /. 

        विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा सुंदरवन बहुत-सी प्रसिद्ध वनस्पतियों और प्रसिद्ध बंगाल टाइगर का निवास स्थान है। यह गंगा और उसकी सहायक नदियों द्वारा बनता है 

        नोट-इन वनों में बहुत बड़ी तादाद में सुंदरी के पेड़ मिलते है
         
        जिसके कारण इस वन का नाम सुन्दर वन पड़ा है 

         डॉलफिन की दो प्रजातियाँ सिर्फ गंगा में पायी जाती हैं। जिन्हें गंगा डॉलफिन और इरावदी डॉलफिन के नाम से जाना जाता है। 
        इसके अलावा गंगा में पायी जाने वाले शार्क की वजह से भी गंगा की प्रसिद्धि है, जिसमें बहते हुए पानी में पायी जानेवाली शार्क के कारण विश्व के वैज्ञानिकों की काफी रुचि है। 

         इतिहास के सबसे पुराने शहरो में से एक वाराणसी इसी नदी के तट पर स्थित है .

         हिन्दू परम्पराओं में गंगा जल का प्रयोग जन्म से मित्यु तक सभी अनुष्ठानो में होता है /

         हिन्दू मान्यताओं के अनुसार वाराणसी धरती पर सबसे पवित्र भूमि है और गंगा सबसे पवित्र नदी / इन दोनों के मिलन स्थल पर लोग मरने की इच्छा ले कर आते है .  

         गंगा नदी गंगात्री ग्लेशियर से हिमालय की दक्षिणी ढलानों पर निकलती है, जो समुद्री स्तर से 14,000 फीट ऊपर है।

        1896 में, एक ब्रिटिश बैक्टीरियोलॉजिस्ट अर्नेस्ट हनबरी हैंकिन ने बैब्रोनियम विब्रियो कोलेरा का परीक्षण किया जो घातक बीमारी कोलेरा का कारण बनता है, और पाया कि यह बैक्टीरिया गंगा के पानी में तीन घंटे के भीतर मर गया।

        नई दिल्ली में मलेरिया रिसर्च सेंटर द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह देखा गया था कि गंगा की ऊपरी महत्वाकांक्षाओं से पानी मच्छर प्रजनन की मेजबानी नहीं करता था, और अन्य जल स्रोतों में जोड़े जाने पर मच्छर प्रजनन को भी रोका था ।

        गंगा की आत्म शुद्धिकरण गुणवत्ता दुनिया की किसी अन्य नदी की तुलना में ऑक्सीजन के स्तर 25 गुना अधिक होती है।

        गंगा 140 विभिन्न प्रजातियों की मछली और 90 विभिन्न उभयचर प्रजातियों के लिए घर है, जिनमें से कई आज विलुप्त होने के करीब हैं।

        नदी गंगा कई पक्षी प्रजातियों का समर्थन करती है जो भारत में विशिष्ट रूप से पाए जाते हैं। वे दुनिया में कहीं और नहीं रहते हैं।

        जब जैविक अपशिष्ट को कम करने के कारण ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है तो पानी खराब गंध उत्पन्न करता है / इंग्लैंड की वापसी यात्रा के दौरान एक ब्रिटिश चिकित्सक सीई नेल्सन ने गंगा के सबसे गंदे मुंहों में से एक हुगली नदी से कुछ पानी लिया और देखा कि यह यात्रा के दौरान ताजा बना हुआ है।

        गंगा का पानी बोतल में बंद कर के रख देने पर भी कई महीनों तक ख़राब नहीं होता है /

         क्या आपने कभी 'सबमरीन फैन' शब्द सुना है? खैर, ये वास्तव में भूगर्भीय संरचनाएं पानी में डूबे हुए हैं और नदी तलछट द्वारा बनाई गई हैं। गंगा में भी एक सबमरीन फैन है और यह पूरी दुनिया में सबसे बड़ा सबमरीन फैन है, जो 3000 किमी की लंबाई और 1000 किमी की चौड़ाई तक फैला हुआ है। गंगा के सबमरीन फैन की अधिकतम मोटाई 16.5 किमी है। 

         गंगा का सबसे रहस्यमय घटना नदी से निकलने वाली अजीब और अतुलनीय आवाज़ें हैं।

        उपजाऊ मैदानों के बारे में बताते  हुए, गंगा के मैदान 400 मिलियन से अधिक लोगों की आजीविका का समर्थन करते हुए बेहद उपजाऊ हैं। एक और 1.2 अरब भारतीय इस नदी के चारों ओर 1557 मील की दूरी पर रहते हैं।

        गंगा नदी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी~



        गंगा नदी के बारे में रोचक तथ्य~

        पवित्र नदी

        आपको बता दें कि यह नदी हिमालय से निकलती है और अंत में ग्वालन्दों के निकट ब्रह्मपुत्र के साथ मिलकर बंगाल की खाडी में विसर्जित हो जाती है। यह नदी निरंतर प्रवाहमयी नदी है। बहुत से लोग इस नदी में स्नान करके अपने पापों से मुक्ति पाते हैं, इसीलिए इस नदी को भारतीय धर्मग्रंथों में पवित्र नदी के रूप में माना गया है, और लोगों दुवारा इसको माता का दर्जा भी दिया गया है। गंगा केवल नदी ही नहीं, बलकि एक संस्कृति भी है। गंगा नदी के तट पर अनेक पवित्र तीर्थों का भी निवास है।

        उड़ीसा का शोक – छत्तीसगढ़ की महानदी

        सिंधु नदी के नाम की सिंधु से हिंदू तक की कहानी

        गंगा जल का उपयोग
        गंगा नदी की चौड़ाई काफी ज्यादा है और इस नदी में पानी की मात्रा काफी ज्यादा होने के साथ रफ़्तार भी तेज़ होती है। ये नदी हिमालय में स्थित गंगोत्री नामक स्थान से निकलती है। हिमालय की बर्फ पिघलकर इसमें आती रहती है। गंगा जल करोड़ों लोगों की प्यास बुझाता है। करोड़ों पशु-पक्षी इस नदी के जल पर ही निर्भर रहते हैं। लाखों एकड़ जमीन इसके जल से ही सिंचित होती है।

        ताजमहल के किनारे बहती यमुना नदी

        भारत की 10 सबसे लम्बी नदियाँ

        इसीलिए कहते हैं गंगा नदी को भागीरथी
        आपको बता दें कि गंगा का भागीरथी नाम राजा भगीरथ के नाम से पड़ा था। राजा भगीरथ के साठ हज़ार पुत्र थे, और शापवश उनके सभी पुत्र भस्म हो गए थे। तब राजा ने कठोर तपस्या की और गंगा शिवजी की जटा से निकलकर देवभूमि भारत पर अवतरित हुई।

        जानिए कृष्णा नदी का सबसे लम्बा सफर

        मध्य प्रदेश के बैतूल से बहती तापी नदी

        इसके बाद ही भगीरथ के साठ हज़ार पुत्रों का उद्धार हुआ था। तब से लेकर गंगा अब तक न जाने कितने पापियों का उद्धार कर चुकी है। इसमें मृतकों के शव बहाए जाते हैं। इसके तट पर शवदाह के कार्यक्रम होते हैं। गंगा तट पर पूजा-पाठ, भजन-कीर्तन आदि के कार्यक्रम चलते ही रहते हैं।

        आखिर क्यों नर्मदा नदी ने हमेशा अविवाहित रहने का प्रण लिया

        नर्मदा: ‘मध्य प्रदेश की जीवन रेखा’ के बारे में रोचक तथ्य

        दूषित हो चुकी है पवित्र गंगा
        अब गंगा नदी के पानी में सिर्फ 25 प्रतिशत ही ऑक्सीजन है और पूरा पानी काफी दूषित हो चूका है। वह दुनिया की पांचवी सबसे दूषित नदी बन चुकी है।

        गंगा नदी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी~

        गंगा नदी के बारे में रोचक तथ्य यह भी जाने~

        1. गंगा, भारत की सबसे महत्वपूर्ण नदी है। भारत देश में गंगा नदी को पवित्र और आस्था के प्रतीक के तौर पर देखा जाता है।

        2. गंगा नदी का उद्गम स्थल हिमालय के दक्षिण ढलान पर गंगोत्री हिमनाद में है।

        3. गंगा नदी लगभग 2510 किलोमीटर लंबी है।

        4. माना जाता है कि गंगा का जन्म सृष्टि के पालनहार भगवान विष्णु के चरणों से हुआ था।
         
        5. कहा जाता है कि पृथ्वी पर गंगा का अवतरण राजा भागीरथ के कठिन तप से हुआ था। राजा भागीरथ के 5500 सालों तक की घोर तपस्या से खुश होकर देवी गंगा पृथ्वी पर अवतरित हुईं


        RAS NOTES 2

        Search results