बाबे री मेहर

Online Test देने के लिए स्टार्ट बटन पर क्लिक करें

RAS And REET Online NOTES

राजस्थान समान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी

Tuesday, March 23, 2021

बारां जिला दर्शन | बारां जिला Rajasthan GK in Hindi | Baran District G.K in Hindi

 बारां जिला दर्शन | बारां जिला Rajasthan GK in Hindi | Baran District G.K in Hindi

बांरा : बारां को प्राचीन वराह नगरी के नाम से जाना जाता है। बांरा कालीसिंध, पार्वती व परवन नदियों के बीच स्थित है।

बारां का नामकरण : प्राचीन काल में 12 तालाब थे जिन्हें पाटकर नगर बसाया गया, जो बांरा कहलाया।

नामकरण की अन्य किंवदिति : प्राचीन समय में इसके अन्तर्गत बारह गाँव आते थे, इसलिए यह क्षेत्र बांरा कहलाया।

बांरा का क्षेत्रफल : 6,992 वर्ग किलोमीटर

नगरीय क्षेत्रफल – 82.78 वर्ग किलोमीटर

ग्रामीण क्षेत्रफल – 6909.22 वर्ग किलोमीटर

बारां का वन क्षेत्र – 2202.89 वर्ग किलोमीटर

मानचित्र के अनुसार बारां की स्थिति – 24°25′ से 25°55′ उत्तरी अक्षांश तथा 76°12′ से 76°26′ पूर्वी देशान्तर

बारां में उपखण्ड कार्यालय – 6

बारां की तहसीलों की संख्या – 8

बारां में पंचायत समितियों की संख्या – 7

बारां में ग्राम पंचायतों की संख्या – 215

बारां में विधानसभा क्षेत्रों की संख्या चार (4) है, जो निम्न है –

1. अंता                           2. किशनगंज

3. बारां-अटरु                 4. छबड़ा

2011 की जनगणना के अनुसार बारां की जनसंख्या के आंकड़े –

कुल जनसंख्या—12,22,755

पुरुष—6,33,495

स्त्री—5,88,810 

  दशकीय वृद्धि दर—19.7

लिंगानुपात—929       

 जनसंख्या घनत्व—175

साक्षरता दर—66.7%       

पुरुष साक्षरता—80.4%

महिला साक्षरता—52%

बारां में कुल पशुधन : 8,00,806

बारां जिले के मेले और त्योहार -

  • डोल मेला : यह मेला बारां जिले में डोल तालाब के निकट जलझूलनी एकादशी (भाद्रपद शुक्ला ग्यारस) को भरता है। इस दिन देवविमानों सहित शोभायात्रा निकाली जाती है।
  • बिजासन माता का मेला : यह मेला बारां जिले के छबड़ा गुगोर नामक स्थान पर माघ सुदी 4,15 को भरता है।
  • सीताबाड़ी का मेला : यह मेला एक धार्मिक एवं पशु मिला है। यह मेला सहरिया जनजाति का कुंभ कहलाता है। यह बारां जिले के सीताबाड़ी केलवाड़ा नामक स्थान पर जेष्ठ अमावस्या को भरता है। इस मेले में सहरियाओं का स्वयंवर होता है।
  • धनुष लीला मेला : यह मेला बारां जिले के अटरू नामक स्थान पर भरता है।
  • फूलडोल शोभा यात्रा उत्सव : यह श्रीजी का भव्य मेला है। यह बारां जिले के किशनगंज नामक स्थान पर फाल्गुन पूर्णिमा (होली) को भरता है।
  • रामेश्वर महादेव मेला : यह मेला बारां जिले के शाहबाद में फाल्गुन सुदी चौथ को भरता है।
  • ब्रह्माणी माता का मेला : यह मेला सोरसन बारां में माघ शुक्ला सप्तमी को भरता है। यह मेला सोरसन के पुरानी दुर्ग में भरता है। इसमें गधों का मेला भी लगता है।
बारां जिले की नदियां

पार्वती नदी - यह मध्यप्रदेश के सीहोर विंध्य पर्वत श्रेणी से निकलती है तथा 12 के किरिया हट में राजस्थान में प्रवेश करती है पार्वती नदी बारा, कोटा, एवं सवाई माधोपुर में बहती हुई पाली गांव में चंबल में मिल जाती है 
परवन नदी - यह अजनार कालू पछाड़ की संयुक्त धारा है यह मध्य प्रदेश के विंध्याचल से निकलती है राजस्थान के झालावाड़ के मनोहर थाना में प्रवेश करती है झालावाड़ में 12 में बैठी हुई कालीसिंध में मिल जाती हैबा

बारां की अन्य नदियां कुकू, या कुनू, ल्हाशी, रतम आदि

बारां जिले के प्रमुख मंदिर -

  • भंडदेवरा मंदिर : यह मंदिर बारां जिले के रामगढ़ में स्थित है। इसे राजस्थान का मिनी खजुराहो तथा हाड़ोती का खजुराहो के उपनाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर का निर्माण 10 वीं शताब्दी में मेघवंशी राजा मलयवर्मन द्वारा शत्रु पर अपनी विजय के उपलक्ष में करवाया गया था। 1162 ईस्वी में इस मंदिर के जीर्णोद्धार का निर्माण करवाया गया था। भंडदेवरा का अर्थ होता है - टूटा फुटा देवालय। यह देवालय पंचायतन शैली का उत्कृष्ट नमूना है।
  • ब्रह्माणी माता का मंदिर : यह मंदिर बारां के सोरसन के निकट स्थित है। इसे शैलाश्रय गुहा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर ब्रह्माणी माता की पीठ की पूजा की जाती है। भक्तगण देवी की पीठ के दर्शन करते हैं और माता के पीठ का ही श्रृंगार किया जाता है। यहां पर झालावाड़ के संस्थापक झाला जालिम सिंह ने सीढियाँ बनवाई थी। यहां पर माघ शुक्ला सप्तमी को गधों का मेला लगता है। ब्रह्माणी माता कुम्हारों की कुलदेवी है।
  • गड़गच्च देवालिया (अटरू) : यह बारां जिले के अटरू में 10 वीं शताब्दी के आसपास निर्मित गड़गच्च देवालय स्थित है। अटरू का प्राचीन नाम अटलपूरी था। यहां स्थित फूल देवरा मंदिर को मामा भांजा का मंदिर भी कहा जाता है।
  • काकुनी मंदिर समूह : यह बारां जिले के छिपाबड़ोद तहसील में मुकुंदरा की पहाड़ियों में परवन नदी के किनारे बने हुए हैं।
  • शाही जामा मस्जिद : शाही जामा मस्जिद बारां जिले के शाहाबाद में स्थित हैं। यह मस्जिद औरंगजेब के समय की बनी हुई है।

बारां जिले के पर्यटन स्थल -

  • सीताबाड़ी : सीताबाड़ी को सहरिया जनजाति का कुम्भ भी कहा जाता है क्योंकि यहां पर सहरिया जनजाति द्वारा मृतकों के अस्थिकलश प्रवाहित किए जाते हैं। यह केलवाड़ा गांव के निकट बारा में स्थित है। सीताबाड़ी सहरिया जनजाति का धार्मिक स्थल है। यहां पर सीता एवं लक्ष्मण का प्राचीन मंदिर एवं वाल्मीकि मंदिर भी स्थापित है। ऐसा माना जाता है कि भगवान श्री राम द्वारा सीता माता का त्याग किये जाने पर सीता माता यही सीताबाड़ी में आकर रही थी और लव कुश को जन्म दिया था।
  • शाहाबाद दुर्ग : इस दुर्ग में सावन भादो महल स्थित है। इस दुर्ग का निर्माण चौहान राजा (मुक्तामन) मुकुटमणिदेव द्वारा मुकुंदरा की श्रेणी की भांति पहाड़ी पर करवाया गया था। इस दुर्ग में कुंडा खोल झरना स्थित है। शाहाबाद दुर्ग में 18 तोपे हैं। जिनमें से सबसे बड़ी तोप का नाम नवलखा बाण तोप है जो 19 फीट लंबी है।
  • नाहरगढ़ दुर्ग : इसमें नेकनाम बाबा की दरगाह स्थित है। यह किशनगंज तहसील बारा में स्थित है य.ह दिल्ली के लाल किले की शैली से निर्मित है।
  • बाबाजी बाग, मांगरोल : मांगरोल बारा में बाबाजी बाग का निर्माण शहीद पृथ्वी सिंह हाड़ा की स्मृति में करवाया गया था। मांगरोल टेराकोटा खादी एवं ढाई कड़ी की रामलीला के लिए प्रसिद्ध है।
  • शेरगढ़ वन्य जीव अभ्यारण : शेरगढ़ वन्यजीव अभयारण्य की स्थापना 30 जुलाई 1986 को बारां जिले में की गई थी। यह अभ्यारण्य सांपों की शरण स्थली के रूप में प्रसिद्ध है। इस अभयारण्य से होकर परवन नदी गुजरती है। यह अभ्यारण्य मुख्यतः लोमड़ी, बघेरा, सांभर, चीतल आदि के लिए प्रसिद्ध।
  • बारा जिले के अन्य पर्यटन स्थल : कृष्ण विलास, कपिलधारा तीर्थ, शाही जामा मस्जिद, काकुनी मंदिर समूह , लक्ष्मी नारायण मंदिर, कल्याणराय श्रीजी का मंदिर, शेरगढ़ दुर्ग, काकोली पूरास्थल।



बारां जिले के प्रश्नोत्तर/ Baran District G.K
  • राजस्थान का सर्वाधिक मसाला उत्पादक जिला कौन सा है - बारां।
  • जमनापुरी नस्ल की बकरियां कहां की प्रसिद्ध है - बारां जिले की।
  • तपसी की बावड़ी कहां स्थित है - बारा में।
  • औस्तिजी की बावड़ी कहां स्थित है - बारा में।
  • उम्मेद सागर एवं सीताबाड़ी कहां स्थित है - बारा में।
  • ब्रह्माणी माता का एकमात्र मंदिर जहां देवी की पीठ की पूजा की जाती है कहां स्थित है - सोरसन बारा में।
  • राजस्थान की पहली लहसुन मंडी कहां स्थित है - छिपाबड़ोद (बारां) में।
  • शाहबाद दुर्ग (सलीमाबाद दुर्ग) कहां स्थित है - बारा में।
  • मसूरिया साड़ी कहां की प्रसिद्ध है - बारां की।
  • सुपर क्रिटिकल ताप विद्युत गृह कहां स्थित है - मोतीपुरा चौकी गांव छबड़ा (बारां) में।
  • राजस्थान का तीसरा सबसे बड़ा बिजली घर कौन सा है - सुपरक्रिटिकल तापीय विद्युत ग्रह। 
  • कवई विद्युत परियोजना कहां स्थित है - बारां में।
  • शाहाबाद मस्जिद कहां स्थित है - बारां में।
  • राजस्थान की सबसे बड़ी मस्जिद कौन सी है - शाहाबाद मस्जिद।
  • थानेदार नाथू सिंह की छतरी कहां स्थित है - शाहाबाद (बारा में)
  • ल्हासी सिंचाई परियोजना कहां स्थित है - बारा में।
  • परवन परियोजना कहां स्थित है - परवन नदी पर बारां जिले में स्थित है।
  • राजस्थान का मिनी खजुराहो किसे कहा जाता है - भंडदेवरा (बारां) को।
  • बैँथली सिंचाई परियोजना तथा अंधेरी सिंचाई परियोजना कहां स्थित है - बारा में


No comments:

Post a Comment

All the best

RAS NOTES 2

Search results