बाबे री मेहर

Online Test देने के लिए स्टार्ट बटन पर क्लिक करें

RAS And REET Online NOTES

राजस्थान समान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी

Saturday, March 20, 2021

जिला दर्शन गंगानगर sree ganganagar jila darshan

 जिला दर्शन गंगानगर

प्राचीन नाम - रामु जाट की ढाणी, रामनगर।
➠उपनाम - अन्न का कटोरा, बागानो की भूमि, राजस्थान का अन्नागार, राज्य में फलो की नगरी 
➠स्थापना -  23 अक्टूबर 1927 
➠संस्थापक - महाराजा गंगासिंह

परिचय 
➥ यह राजस्थान का उतरतम जिला है, जो पंजाब व हरियाणा के साथ ही भारत के पडोसी देश पाकिस्तान से सीमा बनाता है।
➥ पहले यह बीकानेर का ही एक भाग था।
➥ इसका नामकरण बीकानेर के शासक महाराजा गंगासिंह के नाम पर हुआ।
➥ यह नगर पुर्णत: 20वीं सदी की देन है।
➥ राज्य का सर्वाधिक सिंचित क्षेत्र होने के कारण कृषि हेतु सर्वाधिक उपयुक्त जिला है।
➥ गंगनहर के निर्माण के साथ ही इस जिले में किसानो की संख्या बढने लगी तथा धीरे-धीरे
यहां औद्योगिक इकाइयों की स्थापना होने लगी। 
व्यक्ति विशेष
➥ महाराजा गंगासिंह -
➥ महाराजा गंगासिंह को आधुनिक भारत का भागीरथ कहा जाता है।
 ये भारत के अकेले राजा थे जिन्होने तीनो गोलमेज सम्मेलनो में भाग लिया था।
 इन्होने गंगनहर की आधारशिला फिरोजपुर हैडवर्क्स पर 5 सितम्बर 1921 को रखी तथा 1922 से 1927 के मध्य गंगनहर का निर्माण करवाया। 
➥ अवतार सिंह चीमा - इन्होने 1965 में विश्व के सबसे उंचे शिखर माउण्ट एवरेस्ट को फतह किया था। ऐसा करने वाले ये प्रथम भारतीय बने।  
➥ जगजीत सिंह - ये भारत के प्रसिद्ध गजल गायक रहे। इन्होने अपना नाम देश विदेश के मशहुर गजल गायको में शामिल करवाया।  
➥ रविन्द्र कौशिक - ये पूर्व रॉ जासुस थे। इन्होने अपनी चतुराई से पाकिस्तान मे भारतीय जासुस के रूप में कार्य किया व देश सेवा करते हुए शहीद हुए। 
➥ रांझा - मानव सभ्यता की प्रसिद्ध प्रेम कहानी का नायक राझा सादुलशहर के तख्त हजारा गांव से सम्बन्ध रखता है। 
स्थान विशेष
➥ करणपुर - यहां के कमीनपुरा क्षेत्र मे 1937 मे राज्य की पहली सहकारी क्षेत्र की व चीनी बनाने का दूसरा कारखाना दी गंगानगर शुगर मील खोला गया।
 1956 से यह सार्वजनिक क्षेत्र मे आ गयी है।
 यह शराब बनाने का कार्य भी करती है।
 अजमेर, अटरू, प्रतापगढ़ व जोधपुर मे भी इसके केन्द्र है। 
 रॉयल हैरिटेज लिकर इसकी उच्च गुणवता बाली शराब है। 
➥ हिन्दुमलकोट - यहां से अंतर्राष्ट्रीय सीमा प्रारम्भ होती हैं। यहां का कोणा गांव राज्य के उतरी ध्रुव पर स्थित है। 
➥ सुरतगढ़ - यहां एशिया का सबसे बडा कृषि फार्म सोवियत संघ रूस की सहायता से स्थापित किया गया है, यहां प्रथम सुपर थर्मल क्रिटीकल पावर प्लांट व केन्दिय पशु प्रजनन केन्द्र है। 
➥ अनुपगढ - 16 वी 17वी सदी मे इस क्षेत्र को चुंघेर/चुडेर के नाम से जाना जाता था।
➥ यहां पर बरोर सभ्यता के प्राचीन अवशेष मिले है।
 यहां से कुछ दुरी पर ही लैला मजनूं की दरगाह है जो पर्यटको के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र है। 
➥ विजयनगर - यहां पर पम्माराम का डेरा है जहां डाडा पम्माराम का समाधि स्थल है जिस पर फाल्गुन माह मे प्रतिवर्ष मेला लगता है। 
➥ पदमपुर - यहां पर राज्य का प्रथम बायोमास आधारित संयत्र मैसर्स कल्पतरू एनर्जी बेंचर्स द्वारा लगाया गया। इससे 7.8 मेगावाट विद्युत उत्पादन होता है। 
➥ रायसिंहनगर - यहां पर सिखो का प्रसिद्ध गुरूद्वारा बुडडा जोहड़ है, जिसे संत फतेह सिंह ने बनवाया।
➥ घड़साना - यहां मिल्क चिलिंग प्लांट स्थापित किया गया है तथा राज्य का सबसे नवीनतम किसान आन्दोलन भी 2003-04 मे यहा हुआ।
➥ 27 अक्टूबर 2004 को हुए किसान आन्दोलन मे हुई फायरिंग की घटना के सम्बन्ध मे केजडीवाल आयोग कीं स्थापना की गई।  
➥ जैतसर - यहां राज्य का यांत्रिक कृषि फार्म कनाडा की सहायता से स्थापित किया गया। 
➥ बींझबायला - यहां पेट्रोलियम के विशाल भण्डार मिले है।
प्रमुख नहरें
➥ गंगनहर परियोजना - यह विश्व की सबसे पुरानी व विकसित नहर परियोजना है।
 सतलज का पानी राजस्थान लाने के लिए 4 सितम्बर 1920 को पंजाब, बहावलपुर व बीकानेर रियासत के मध्य सतलज घाटी पर समझोता हुआ।
 इस नहर का निर्माण गंगासिंह द्वारा 1922-27 के मध्य करवाया गया।
 गंगनहर का उद्घाटन 26 अक्टूबर 1927 को वायसराय लार्ड इरविन द्वारा शिवपुर हैड पर किया गया।
 इसकी कुल लम्बाई 129 किलोमीटर है व राज्य में 17 किलोमीटर है।
 इसकी प्रमुख शाखाएं- लक्ष्मीनारायण जी, लालगढ, करणी जी व समेजा है। 
➥ गंगनहर लिंक चैनल - इसका निर्माण 1984 मे किया गया। इसे हरियाणा के लोहागढ़ से निकाला गया व इसे साघुवाली नामक स्थान पर गंगनहर से जोड दिया गया है। इसकी कुल लम्बाई 80 किलोमीटर है। 
➥ इन्दिरा गांघी नहर परियोजना - इसकी दो शाखाएं सुरतगढ व अनुपगढ जिले मे जल वितरण का कार्य करती है।
जिला बिशेष
➤ कर्क रेखा से सबसे दूर स्थित जिला मुख्यालय। 
➤ सबसे ज्यादा आन्धियो वाला जिला। 
➤ सबसे कम पशु चारागाह योग्य भूमि वाला जिला। 
➤ सबसे शत प्रतिशत नहरी सिंचाई व सबसे कम कुंओं के द्वारा सिचिंत जिला। 
➤ यहां सबसे ज्यादा कुत्ते व खरगोश पाए जाते है। 
➤ यहां किन्नु मण्डी स्थित है। 
➤ जिले का शुभंकर चिंकारा है। 
➤ यहां सबसे ज्यादा माल्टा उत्पादित होता है।



महत्पूर्ण बाते

श्रीगगानगर जिले को राजस्थान का अनागार कहा जाता है।

श्रीगंगानगर जिले का क्षेत्रफल 10978 वर्ग किलोमीटर है।

श्रीगंगानर जिले के दक्षिण में चूरू एवं बीकानेर उत्तर पश्चिम में  पाकिस्तान का बहावलपुर जिला तथा उत्तर पूर्व में हनुमानगढ जिला है।

श्रीगंगानगर जिले ओसत ऊंचाई समुद्रतल से 168 से 227 मीटर के मध्य हैं।

राजस्थान के सबसे उत्तर में कोंणा गांव, गंगा नगर तहसील, गंगानगर जिला है।

श्रीगंगानगर जिले की अंतर्राष्ट्रीय अंतरराज्यीय दोनों प्रकार की सीमाएं लगती है। गंगानगर की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पाकिस्तान के साथ दो सौ दस किलोमीटर लगती है। अंतरराष्ट्रीय सीमा की शुरुआत श्रीगंगानगर जिले के हिंदूमल कोट से होती है। गंगानगर की अंतर्राज्य सीमा पंजाब के साथ लगती है। अंतरराष्ट्रीय सीमा जोकि रेडक्लिफ के नाम से जानी जाती है। इस रेखा पर राज्य का सबसे नजदीकी जिला मुख्यालय गंगा नगर है।

श्रीगंगानगर जिले में विधानसभा क्षेत्रों की संख्या छ है


श्रीगंगानगर जिले का ऐतिहासिक विवरण 

जोधपुर के निर्माता राव जोधा के पुत्र राव बिका ने चौदह सौ अट्ठासी में  बीकानेर की स्थापना कि राव बिका के उपरांत राव लूणकरण ने बीकानेर पर राज किया। लूणकरण के पुत्र जरसिंह ने बीकानेर राज्य की सीमाओं को बढाने के लिए अनेक युद्ध  किए। वीर और निर्भिक राजपूत शासको के साहसपूर्ण प्रयत्नों से  पंद्रह शताब्दी में एक नए राज्य का निर्माण किया गया। वर्तमान में गंगानगर जिले के नाम से ज्ञात यह भूभाग  भूतपूर्व बीकानेर की रियासत का भाग रहा है। प्राचीन समय में यह रामनगर नामक एक ग्राम था जो  जो बीकानेर रियासत का एक भाग था  राजस्थान एकीकरण में 30 मार्च 1949 को इसे  जिले का रूप दिया गया एवं इसका नाम श्रीगंगानगर रख दिया गया।

 श्रीगंगानगर जिले की नदिया एव जलस्त्रोत

घगर नदी - घगर नदी का उद्गम हिमाचल प्रदेश के कालका शिमला के पास शिवालिक की पहाडियों से होता है यह पोराणिक काल में सरस्वती नदी की सहायक नदी थी। राजस्थान में इस नदी का प्रवेश हनुमानगढ जिले कि टिब्बी तहसील के तलवाडा गांव के पास से होता है तथा भटनेर के पास विलुप्त हो जाती है आर्थात घगर नदी राजस्थान के अंतप्रवाह वाली नदी है लेकिन वर्षा ऋतू में इस नदी में बाढ आने पर इसका पानी गंगानगर में सूरतगढ व अनूपगढ तक पहुँच जाता है तथा कई बार अत्यधिक बाढ़ आने पर इसका पानी पाकिस्तान के बहावलपुर जिले में फोर्ड अब्बास तल चला जाता है। गंगानगर में घगर नदी के अलावा अन्य कोई नदी नहीं है  यह राजस्थान की एकमात्र अंतरराष्ट्रीय नदी है। यह नदी प्राचीन सरस्वती नदी के पेटे में बहती है इस को मृत नदी के नाम से भी जाना जाता है। राजस्थान में इस नदी के क्षेत्र को नाली भी कहा जाता है। जब वर्षा ऋतू में घगर नदी में बाढ आती है तो यह चावल की फसल को अत्यधिक नुकसान पहुंचाती है। घगर नदी का पेटा आस पास के धरातल से भी ऊंचा है इसलिए वर्षा ऋतू में इसमें
अक्सर बाढ आ जाती है


गंगनहर परियोजना - बीकानेर के महाराजा गंगासिंह ने पांच सितंबर उन्नीस सौ इक्कीस को हुसेनिवाला फिरोजपुर पंजाब में सतलज नदी पर गंगनहर की स्थापना कि छब्बीस अक्टूबर उन्नीस सौ सत्ताईस को लोड इरविन ने सिंगपुर हेड गंगानगर पर गंगनहर का उद्घाटन किया। गंगनहर परियोजना के कारण ही महाराजा गंगासिंह को बिकाने का भागीरथ तथा राजस्थान का भागीरथ कहा जाता है तथा गंगासिंह को आधुनिक भारत का भागीरथ के नाम से भी जाना जाता है। जिस दिन गंगनहर का उद्घाटन हुआ था उसी दिन से रामनगर का नाम भी  श्रीगंगानगर रख दिया। यह नहर विश्व की सबसे प्राचीन पक्की नहर है। यह राजस्थान की प्रथम व्रहद सिंचाई परियोजना है। गंगनहर गंगानगर जिले की जीवन रेखा कहलाती है।


लूनकरणसर लिफ्ट नहर - यह इंदिरा गांधी नहर की लिफ्ट नहर है।
इसका नया नाम कँवर सेन लिफ्ट नहर है।
इंदिरा गांधी नहर की यह सबसे बडी लिफ्ट नहर है इससे
गंगानगर बीकानेर को सिंचाई सुविधा उपलब्ध होती है।
इन्दिरा गांधी नहर की दो सखाए गंगानगर में हैं जिनमें से एक है सूरतगढ
सका तथा दूसरी है अनूपगढ शाखा।


श्रीगंगानगर के एतिहासिक एवं दर्शनीय स्थल 


गुरुद्वारा बुड्ढा जोहड- राजस्थान के इस सुप्रसिद्ध गुरूद्वारे का निर्माण संत फतहसिंह ने 1954 में करवाया। इसे राजस्थान का स्वर्ण मंदिर कहते हैं यहाँ सावन की अमावस्या को मेला भरता है। यह राजस्थान का सबसे बडा गुरुद्वारा है।
 डाडा पम्पाराम का डेरा - यह विजयनगर में है। यह स्थल पम्पाराम जी की समाधि का स्थल है इनकी स्मृति में यहाँ प्रतिवर्ष फाल्गुन माह में सात दिवसीय मेला लगता है।

श्रीगंगानगर जिले के अन्य महत्वपूर्ण तथ्य 



  • राजस्थान में कृषित क्षेत्र की दृष्टि से सर्वाधिक सिंचित क्षेत्र की तो वह श्रीगंगानगर जिले का क्षेत्र है श्रीगंगानगर में पच्चीस किसम के अन उत्पादित होने के कारण इसे राजस्थान का अन्नागार तथा धान का कटोरा या अन्न भंडार भीकहते हैं। एशिया का सबसे बडा केंद्रीय कृषि फार्म सूरतगढ में है जिसकी स्थापना 15 अगस्त 1956  में रूस की सहायता से की गई थी। इसके अलावा जेतसर कृषि फार्म भी गंगानगर जिले में है
  • राजस्थान में समग्र फल उत्पादन की दृष्टि से सर्वाधिक फल गंगानगर में उत्पादित होते हैं।



  • राजस्थान में सबसे अधिक कृषि मंडियां श्रीगंगानगर में है।
  • किन्नू की मंडी श्रीगंगानगर में लगती है।
  • राठी गाय शोध केंद्र अनूपगढ श्रीगंगानगर में है।
  • नाली किसम की भेडे श्रीगंगानगर में है।

श्रीगंगानगर के प्रसिद्ध व्यक्तित्व 

कर्नल अवतार सिंह चीमा - अर्जुन पुरस्कार विजेता अवतारसिंह प्रथम भारतीय माउंट एवरेस्ट विजेता है।
मीनाक्षी आहूजा -  दो हजार सात आठ में सुमनेश जोशी पुरस्कार मिला था
महरदीन - इन्हें रुस्तम ए हिंद, भारत भीम और भारत केसरी का खिताब हासिल है। ये श्रींगंगानगर के निवासी थे
जगजीत सिंह - प्रसिद्ध गजल गायक जगजीत सिंह का जन्म उन्नीस सौ इकतालीस इस्वी में श्रीगंगानगर में हुआ। इन्हें दो हजार तीन में पद्मविभूषण से नवाजा गया। दस अक्टूबर दो हजार ग्यारह को इनका निधन हो गया।
केजरीवाल आयोग - ग्यारह फरवरी दो हजार पांच को राजस्थान उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश आर एस केजरीवाल की अध्यक्षता में घडसाना में हुए गोलीकांड की जांच हेतु आयोग गठित किया गया था।
मायड भाषा सम्मान यात्रा - श्रीगंगानगर से दिल्ली के लिए इक्कीस फरवरी दो हजार पांच को यह यात्रा राजस्थानी भाषा को राजकीय भाषा की मान्यता दिलाने हेतु प्रारम्भ हुई।

  • श्रीगंगानगर में राज्य का प्रथम निजी आयुर्वेदिक महाविद्यालय स्थित है। श्री जगदंबा अंधविद्यालय विकलांग शिक्षा के लिए अनुकरणीय संस्था है जोकि श्रीगंगानगर में स्थित है।
  • राजस्थान में सिख धर्म के लोग श्रीगंगानगर में ही सर्वाधिक निवास करते हैं।

द गंगानगर सुगर मिल - राज्य की दूसरी एवं सार्वजनिक क्षेत्र की प्रथम चीनी मिल की स्थापना गंगानगर में की गई। एक जुलाई उन्नीस सौ छप्पन को इसे सार्वजनिक क्षेत्र की मिल घोषित किया गया।  यहाँ गन्ने की साथ चुकुन्दर से भी चीनी बनाने का कार्य प्रारम्भ किया गया। इस मील में गन्ने के सोरे से शराब बनाने का कार्य भी किया जाता है। प्रारंभ में इसका नाम बीकानेर इंडस्ट्रियल कोर्पोरेट लिमिटेड बीकानेर था। जिसे सरकार द्वारा नियंत्रन में लेने के बाद नाम बदलकर गंगानगर सुगर मिल्स लिमिटेड कर दिया गया। राजस्थान में सर्वाधिक एल्कोहोल गंगानगर से ही प्राप्त होता है।

  • राज्य का पहला बायोमास आधारित संयंत्र पदमपुर गंगानगर में बनाया गया।

सूरतगढ थर्मल पावर स्टेशन - यह राज्य का प्रथम सुपर थर्मल पावर स्टेशन है। यह ठुकराना गांव सूरतगढ गंगानगर में स्थापित किया गया है। इससे राज्य को सर्वाधिक विद्युत की आपूर्ति लगभग पंद्रह सौ मेगावाट होती है। इसे  राजस्थान का आधुनिक तीर्थ स्थल भी कहते हैं।

  • राज्य में सर्वाधिक कृषिगत ओजार गजसिंहपुर गंगानगर में बनते हैं।
  • पंजाबी भाषा अकादमी गंगानगर में खोली जानी है।
  • राज्य का तीसरा एग्रो फ़ूड पार्क गंगानगर में है।

1 comment:

All the best

RAS NOTES 2

Search results