कोबरा, धागा, ब्लैक माम्बा
हॉर्नड वाईपर,पाइथन
सांपो के बारे में रोचक जानकारी
सांपो के बारे में रोचक जानकारी
सांप उन चुनिंदा जीवों में शामिल है, जिनका अस्तित्व डायनासोर युग से चला आ रहा है. सांप पानी या पानी के बाहर दोनों जगहों में पाया जाता है. विश्व में सांपों की 3,000 से ज़्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं. सांपों से जुड़ी बहुत सी ऐसी ही बहुत सारी बातें और रोचक तथ्य हम यहाँ पेश कर रहे हैं. आइए जानते हैं सांपों से जुड़े रोचक तथ्य.
कोबरा, धागा, ब्लैक माम्बा,हॉर्नड वाईपर,पाइथन सांपो के बारे में रोचक जानकारी आइए जानते हैं
कोबरा➡️
चित्र- कोबरा सांप
कोबरा सांप के बारे में रोचक जानकारी
नाग (इंग्लिश Naja, इंडियन कोबरा, भारतीय नाग) भारतीय उपमहाद्वीप का एक जहरीला सांप है। यद्यपि इसका जहर इंडियन क्रेट जितना घातक नहीं है और यह रसेल्स वाइपर जैसा आक्रामक नहीं है, किन्तु भारत में सबसे अधिक लोग इस सर्प के काटने से मरते हैं क्योंकि यह सभी जगह बहुतायत (अधिक मात्रा) में पाया जाता है। चूहे इसका मुख्य आहार है जिसके कारण यह अक्सर मानव बस्तियों के आसपास, खेतों में एवं शहरी इलाकों के बाहरी भागों में अधिक पाया जाता है।
नाग यानि कोबरा विषैले सांपों की उन प्रजातियों में से एक है जो गर्दन की पसलियों को फैला कर फन या हुड (hood) बनाते हैं। यद्यपि फन कोबरा सांप की विशेषता है लेकिन इसकी विभिन्न प्रजातियां निकटता से संबंधित नहीं हैं। वैसे कोबरा दक्षिणी अफ्रीका से लेकर दक्षिणी एशिया तक और दक्षिण पूर्व एशिया के द्वीपों में पाए जाते हैं।
कोबरा के जहर का कहर➡️
कोबरा एक अंत्यन्त ज़हरीला सांप है जिसके अगले छोटे विष-दाँत जहर उगलते हैं। भारतीय नाग में सिनेप्टिक न्यूरोटॉक्सिन (synaptic neurotoxin) और कार्डिओटोक्सिन (cardiotoxin) नामक घातक जहर में शक्तिशाली न्यूरोटॉक्सिन जहर पाया जाता है। यह जहर शिकार के तंत्रिका तंत्र को पंगु बना देता है शरीर को लकवा मार जाता है। इसके काटने से मुंह से झाग निकलने लगता है और आँखों की रोशनी धुंधला जाती है। समय पर उपचार न मिलने पर इसका शिकार अंधा हो जाता है और अंतता मर जाता है।
एक वयस्क नाग की लंबाई 1 मीटर से 1.5 मीटर (3.3 से 4.9 फिट) तक हो सकती है। श्रीलंका की कुछ प्रजातियां लगभग 2.1 मीटर से 2.2 मीटर (6.9 से 7.9 फिट) तक हो जाती हैँ लेकिन यह दुर्लभ है।
अधिकतर लोग कोबरा (नाग) और किंग कोबरा (नागराज) को एक ही सांप समझते हैं लेकिन यह सच नहीं है। नागराज(king cobra) दरअसल भारतीय उपमहाद्वीप में पाये जाने वाला एक सबसे लंबा ज़हरीला सांप है जो मूलरूप से नाग(cobra) प्रजाति से संबन्धित नहीं है।
धागा सांप➡️
चित्र- धागा सांप
धागा सांप के बारे मैं रोचक जानकारी
विश्व का सबसे छोटा सांप थ्रेड स्नेक (धागा सांप) है. यह कैरेबियन सागर के सेंट लुसिया माटिनिक तथा बारबडोस के द्वीपों में पाया जाता है. जैसा कि इसके नाम से जाहिर है, यह अंत्यंत पतला सांप 10-12 सेंटीमीटर तक लंबा होता है.
सांपों के शरीर का तापमान वातावरण के ताप के अनुसार घटता-बढ़ता रहता है.
सांप भोजन को चबाकर नहीं खाता है, बल्कि इसे साबुत निगल जाता है. अधिकांश सांपों के जबड़े इनके सिर से भी बड़े शिकार को निगल सकने के लिए बने होते हैं. उदहारण के लिए अजगर. गौरतलब है कि सांप अपना मुंह 150 डिग्री तक खोल सकते है.
दुनिया में सांपों की 3,000 से ज़्यादा प्रजातियां पाई जाती है, जिसमें से लगभग 20% प्रजातियां ही ज़हरीली होती हैं. भारत में सांपों की करीब 300 प्रजातियां पाई जाती है, जिसमें से 50 प्रजातियां विषैली होती है
ब्लैक माम्बा➡️
चित्र- ब्लैक माम्बा
ब्लैक माम्बा के बारे मैं रोचक जानकारी
अफ्रीका में पाए जाने वाला ब्लैक माम्बा (Black Mamba) सांप के द्वारा काटे गए लोगो में से 99% लोगो की मौत हो जाती है.
सांप साल मे दो-तीन बार अपनी त्वचा बदलते है. इस क्रिया को केंचुली उतारना कहते है. यह प्रक्रिया कई दिनों मे पूरी होती है.
सांप सपेरों की बीन की धुन से नहीं, बल्कि उनके हाव-भावों से हरकत करते है, क्योंकि सांप जन्मजात बहरे होते हैं.
सांप अपनी आँखे बंद नही कर सकते है और ना ही वे आँखे झपका सकते है. इसलिए वह खुली आँखों के साथ ही सोते हैं.
कनाडा के मनिटोबा प्रान्त मे हर साल 30,000 गार्टर सांप, शीत निद्रा के बाद मेटिंग यानि संम्भोग क्रिया के लिए इकठ्ठा होते हैं. यह धरती पर होने वाली सबसे बड़ी Sex Orgy यानि सामूहिक सेक्स क्रिया है.
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सन 2012 में एक नेपाल के किसान मोहम्मद सल्मोदीन को एक कोबरा ने काट लिया. किसान ने गुस्से में कोबरा को काट लिया, जिससे कोबरा वहीं मर गया, लेकिन किसान अपने काम पर चला गया. उस पर जहर का कोई असर नहीं हुआ!
हॉर्नड वाईपर➡️
चित्र- हॉर्नड वाईपर
हॉर्नड वाईपर के बारे मैं रोचक जानकारी
दक्षिणी अफ्रीका मे पाए जाने वाले हॉर्नड वाईपर के सिर पे दो सींग होते है
पाइथन रेटिकुलटेस➡️
विश्व का सबसे लंबा सांप पाइथन रेटिकुलटेस (Python Reticulatus) होता है, जो कि 30 फ़ीट तक लंबा हो सकता है. यह दक्षिण-पूर्व एशिया में पाया जाता हैं.
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न्यूजीलैंड, आइसलैंड तथा अंटार्टिका ऐसे देश है, जहा सांप बिल्कुल नहीं पाए जाते.
अमेरिका में किंग्सविले स्थित नेचुरल टाक्सिन्स रिसर्च सेंटर के अनुसार, दुनिया के सबसे घातक सांपों में पाए जाने वाले जानलेवा जहर का इस्तेमाल भविष्य में कैंसर की दवा बनाने के लिए हो सकता है. विश्व भर में कई प्रयोगशालाओं में चल रहे प्रयोगों से पता चला है कि कुछ सांपों के जहर में एक खास किस्म का कंपाउंड पाया जाता है, जो मानव शरीर के भीतर कैंसर की जड़ माने जाने वाले ट्यूमरों की वृद्धि पर पूर्ण-विराम लगा देता है.
पानी में रहने वाले सांप अपनी त्वचा (स्किन) से भी कुछ मात्रा मे सांस ले सकते है, जिससे कि वो शिकार की तलाश मे पानी मे देर तक रह सकते हैं.
सांपो के बारे में रोचक जानकारी➡️
1. दुनिया का सबसे खतरनाक साँप Saw-Scaled Viper है,जो हर साल किसी भी अन्य साँप की तुलना में अधिक लोगों को काटता है.
2. एक मृत सांप का मृत सिर अपनी मौत के कुछ घंटे बाद भी काट सकता है, इसीलिए मरे हुए सांप के सिर से दूर रहना चाहिए.
3. विज्ञानिको के अनुसार Snake चार पैर वाले सरीसृप के पूर्वज से विकसित हुए हैं लेकिन समय से साथ सांपो ने अपने पैर गवा दिए व् ये रेंगने वाले जीव बन कर उबरे.
4. वैज्ञानिकों का मानना है कि इंसानो के सांपों से डरने के कारन ही सांप इंसानो को अधिक काटते है.
5. इंसानो में सांप का डर दुनिया भर के सबसे आम Phobia में से एक है जिसे Ophiophobia के नाम से जाना जाता है.
6. साँप का शरीर जितना गर्म होता है, उतना ही जल्दी यह अपने शिकार को पचा सकता है. आमतौर पर, सांप को अपना भोजन पचाने में 3 से 5 दिन लगते हैं.
7. एनाकोंडा जैसे सांपो को अपना भोजन पचाने में कई हफ्तों से लेकर महीने तक लग जाते है, विश्व में एनाकोंडा सांप की पाचन क्रिया सबसे धीमी है.
8. दुनिया का सबसे भारी सांप एनाकोंडा है, इसका वजन 595 पाउंड (270 किलोग्राम) और यह 16 फीट (5 मीटर) से अधिक लंबा हो सकता है.
9. आपको जानकर हैरानी होगी एनाकोंडा सांप इंसान का भी शिकार कर सकता है व् ये इंसानो के साथ साथ हिरन, लोमड़ी, ऊदबिलाव इत्यादि को निगल सकता है.
10. सांप मांसाहारी जीवो की श्रेणी में आने वाला जीव है जिनकी आँखों पर पलकें नहीं होती.
साँप मांसाहारी जीव होते हैं।
इनकी आँखें नहीं होतीं हैं।
साँप अपने खाने को चबा नहीं सकते हैं, इसलिए उन्हें अपने खाने को ऐसे ही सिर्फ गिटना पड़ता है।
इनके जबड़े बहुत ही फ्लेक्सिबल होने के कारण, अपने से बड़े जानवर को खाने में ये समर्थ हैं।
अंटार्टिका के अलावा, साँप दुनिया भर में पाए जाते हैं।
साँप के कान उनके शरीर के अंदर होते हैं।
जब एक सपेरा, साँप के सामने अपना बीन बजाता है, तो साँप बीन की आवाज़ से नहीं बल्की उसके हिलने के तरीके के कारण उचित प्रतिक्रिया देता है।
साँप के 3000 प्रकार होते हैं।
उनका शरीर अन्य जानवरों से बहुत ही अलग होता है, जिसके कारण छोटे दिखने पर भी, ये बड़े जानवर को भी खा पाते हैं।
साँप की चमड़ी सूखी और कोमल होती है।
साँप की चमड़ी साल में बहुत बार झड़ जाती है।
कुछ प्रकार के साँप विष के द्वारा अपने शिकार को मारते हैं। इसलिए वे ज़हरीले कहलाते हैं।
साँप किसी भी चीज़ को अपने जीभ से सूँघते हैं।
पाइथन नाम का एक साँप अपने आप को अपने शिकार के शरीर पर इस तरह लपेट लेता है, कि उसका शिकार घुटन से मर जाता है।
पानी में तैरने वाले साँप, अपनी चमड़ी से साँस ले पाते हैं।
पाइथन दुनिया का सबसे ल्म्बा साँप है।
जिस साँप का सिर काट दिया जाए, वो साँप अब भी हम पर हमला कर सकता है। इस तरह के हमले में अक्सर उचित से ज़्यादा ज़हर पाया जाता है।
साँप के प्रकार में से लगभग 750 साँप ज़हरीले होते हैं, जिनमें से 250 साँप के एक बार काटने से ही, इंसान की मौत हो सकती है।
लोगों में अक्सर साँप के डर से जुड़ी हुईं बीमारियाँ पाई गई है।
जितना ज़ादा एक साँप का शरीर हो, उतनी ही तेज़ी से वो अपने शिकार को खा पाता है।
नेवले और साँप के बीच बहुत अस्कर लड़ाई होती है, लेकिन बहुत ही कम, नेवले की जीत होती है।
लेकिन नेवले साँप के विष से प्रतिरक्षित होते हैं।
अपने शिकारियों को अपने आप से दूर भगाने के लिए, साँप अपने आप को इतने गंदे और दुर्गंधित कर देते हैं, कि इनके शिकारी खुद ही इनसे दूर भाग जाते हैं।
दुनिया का सबसे भारी साँप आनाकॉन्डा है। इसका वज़न 270 किलो से भी ज़्यादा है।
अगर इंसान साँप होते, तो वे अपने आप से 4 गुना ज़्यादा लम्बे होते।
साँप के लगभग 400 पसलियाँ (ribs) होतीं हैं।
क्योंकि साँप के कान नहीं होते हैं, किसी भी प्रकार की आवाज़ के कंपन साँप के अंदर के कानों तक, उसके चमड़ी और हड्डियों द्वारा पहुँचती है।
कहा जाता है कि कई साँप बहुत ज़्यादा खाने के बाद, विस्फोटित हो जाते हैं।
कुछ साँप के 200 दाँत होते हैं। लेकिन ये दाँत खाने को चबाने के लिए नहीं इस्तेमाल किया जाता है। ये दाँत उनके मुँह में पीछे की दिशा में होते हैं ताकि साँप के शिकार उसके चंगुल से ना भाग पाएँ।
उड़ने वाले साँप के पाँच प्रकार होते हैं।
एक साँप के कितने बच्चे होने वाले हैं, यह बात वो कितना खाना खाता है, उस पर आधारित है।
साँप को स्वस्थ रहने के लिए साल में सिर्फ 6-30 बार खाना खाने की ज़रूरत है।
साँप को पत्थर और रास्ते पर लेटना पसंद आता है, क्योंकि ये जगह धूप की गरमाहट को ग्रहण करते हैं, जिसके कारण साँप भी गरम रहते हैं।
दुनिया का सबसे ज़हरीला साँप कोब्रा होता है।
ये साँप बहुत ही समझदार और चालाक साबित हुआ है।
ज़्यादातर साँप को अपने बच्चों की परवाह नहीं होती है। लेकिन कोब्रा अपने बच्चों की बहुत अच्छे से देख-रेख करता है।
ये अपने अंडों को सुरक्षित रखते हैं और अपने दुश्मनों से बचाकर रखते हैं।
कुछ ज़हीरले साँप, अपने शिकार को विष देने के बदले, गलती से खुद को ही विष देकर मर जाते हैं।
दुनिया का सबसे छोटा साँप 4 इंच लम्बा होता है।
उम्र के साथ एक साँप धीमे रफ्तार से बढ़ने लगता है।
ज़्यादातर साँप इंसानों को हानी नहीं पहुँचाते हैं।
ये चूहे और पक्षियों को नियंत्रण में रखकर हमारे वातावरण को संतुलित रखते हैं।
कुछ साँप के दो सिर होते हैं। ऐसी स्थिति में कभी-कभी दोनों सिर खाने के लिए एक दूसरे के साथ झगड़ते हैं।
लगभग 70% साँप अंडे देते हैं। बाकी के 30% ठंड की जगह में रहते हैं जिसके कारण वे अंडे नहीं देते हैं।
कुछ साँप के तीन फेफड़े होते हैं। और कुछ साँप जिनके दो फेफड़े होते हैं, उनका दाँया फिफड़ा, बाएँ फेफड़े से बड़ा होता है।
साल में लगभग 40,000 लोग साँप के कारण मारे जाते हैं।
साँप कई सारे ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक कहानियों से जुड़े हुए है।
भारत में कई लोग साँप की पूजा करते हैं और प्रसाद के तौर पर उसे दूध चढ़ाते हैं।
हर साँप आकार में एक दूसरे से अलग होते हैं।
कहा जाता है कि करीबन 94-112 मिलियन साल पहले, साँप के चार पैर हुआ करते थे।
साँप की खास बात ये है कि वे किसी भी प्रकार के वातावरण में रह सकते हैं। साँप को 16,000 फीट की ऊँचाई पर, हिमालय में भी देखा गया है।
साँप से भी ज़्यादा खतरा इंसानों को मच्छर से है, क्योंकि मच्छर के कारण करोड़ों लोग मारे जाते हैं।
ये जानवर कम से कम 2 साल तक बिना कुछ खाए जी सकता है।
साँप बड़ी उबासी ले पाते हैं।
जब कुछ साँप डरे हुए होते हैं, या अपनी तरफ किसी खतरे को महसूस करते हैं तो वे तुरंत मर जाने का नाटक करते हैं।
एक कोब्रा, एक हाथी को मारने में समर्थ रहता है।
साँप का जीवन काल करीबन 9 साल का होता है।
Sandra
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