सुन्दर वन के बारे में रोचक तथ्य
सुंदरवन के बारे में कुछ रोचक तथ्य
सुंदरवन लंबे समय से अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है। सुंदरवन भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित एक डेल्टा क्षेत्र हैं जो वन्यजीवों में खासकर रॉयल बंगाल टाइगर के लिए पूरी दूनिया में प्रसिद्ध है। यहां रहने वाले जीव-प्रजातियों की सुरक्षा के लिए सरकार ने इस क्षेत्र को राष्ट्रीय उद्यान घोषित कर दिया है।
यहां पर वन्य जीवों के अलावा वनस्पतियों की कई अनोखी और दुलर्भ प्रजातियां पाई जाती है। यहां सुंदरी नाम के पेड़ भारी संख्या में पाए जाते हैं, जिसके नाम पर इस डेल्टाई क्षेत्र का नाम “सुंदरवन” पड़ा। आइए जानते हैं सुंदरवन के बारे में कुछ रोचक तथ्य
सुंदरवन का नाम इस जंगली इलाके में भारी संख्या में पाए जाने वाले “सुन्दरी” पेड़ो से लिया गया है और साथ ही बंगाली भाषा के शब्द “शुंदोर” का प्रयोग करके इसका नाम सुंदरवन रखा गया l आम भाषा में लोग इस वन को सुंदरबन या सुंदरवन के नाम से जानते है l
सुंदरवन में मौजूद मैनग्रोव जंगल यहाँ के रॉयल बंगाल टाइगर का घर माना जाता है जो दलदली जमीन पर बना हुआ है।
सुंदरवन का इतिहास 200-300 ईस्वी के आसपास का माना जाता है इसका प्रमाण बागमरा फारेस्ट ब्लाक में मिले अवशेषों से मिलता हैं |
सुंदरवन में तरह-तरह की वनस्पतियां पाई जाती है जो पूरी दुनिया में सिर्फ यहाँ पर ही मिलती है l
आपको जानकर हैरानी होगी कि सुंदरवन में भारत का सबसे बड़ा फिशरी बोर्ड है जहां सुंदरवन डेवलपमेंट बोर्ड 50 हेक्टेयर के इलाके में फिशरी प्रोजेक्ट चलाता है l
दो
सुंदरवन में स्तनधारियों की 50 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती है। इसके अलावा 60 से ज़्यादा रेंगने वाले जीवों की प्रजातियाँ, 300 से ज़्यादा पक्षियों और वनस्पतियों की प्रजातीयाँ पाई जाती है l
सुंदरवन 10,000 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है जिसमें से 6000 वर्ग किमी बांग्लादेश में आता है और भारत के हिस्से में 4110 वर्ग किमी आता है |
पश्चिम बंगाल में सुंदरवन क्षेत्र, रॉयल बंगाल बाघों के लिए प्रसिद्ध है।
सुंदरवन विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा है | गंगा और ब्रह्मपुत्र दोनों नदियों के एकीकरण से बने इस डेल्टा को बंगाल डेल्टा या ग्रीन डेल्टा भी कहा जाता है |
सुंदरवन को यूनेस्को द्वारा वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल किया गया है जिसकी वजह से इसका संरक्षण काफी बड़े स्तर पर हो रहा है |
सुंदरवन डेल्टा बंगाल बेसिन से जुड़ा विश्व का सबसे चौड़ा, गहरा और सबसे सक्रिय डेल्टा है l
सुंदरवन सर्वाधिक हराभरा रहने वाला वन है इसका कारण यहाँ पर होने वाली सर्वाधिक वर्षा है। सुंदरवन को वर्षावन भी कहा जाता है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि सुंदरवन के विशाल डेल्टा में 5-6 द्वीप नहीं बल्कि 54 छोटे छोटे द्वीपों का समूह है l
सुंदरवन में भारत का सबसे बड़ा फिशरी बोर्ड है जहा सुंदरवन डेवलपमेंट बोर्ड 50 हेक्टेयर के इलाके में फिशरी प्रोजेक्ट चलाता है |
सुंदरवन में स्तनधारियो की 50 से अधिक प्रजातियाँ निवास करती है जिसमे रोयल बंगला टाइगर , लगभग 60 रेंगने वाले जीवो की प्रजातियाँ , 300 से अधिक पक्षियों की प्रजातियाँ और 300 से अधिक वनस्पतियों की प्रजातियाँ है |
सुंदरवन फोटोग्राफी की चाह रखने वालो के लिए स्वर्ग समान है क्योंकि इस सुंदर घने जंगल के दृश्यों के साथ ही विविध वन्य जीवो को भी यहा फिल्माया जा सकता है | इसी कारण डॉक्यूमेंट्री बनाने वाली कई कम्पनियो ने यहा की विविधताओ को अपने कैमरे में कैद कर पुरे विश्व तक पहुचाया है |
सुंदरवन में पल पल खतरा भी बना रहता है यहा पर आपको सांप और मगरमच्छ भी मिल जायेंगे जिनसे आपको बचना पड़ता है क्योंकि ये घने जंगल में आसानी से नजर नही आते है और आपको नुक्सान पहुचा सकते अहि इसलिए तट के करीब सम्भलकर रहना चाहिए |
सुंदरबन (सुंदरबन) में, एक गांव Vido गांव है, जहां परिवार के सदस्यों के सबसे महिला द्वारा टाइगर के हमले के कारण मौत हो चुकी है के नाम पर है।
सुंदरवन दुनिया का सबसे बड़ा सदाबहार वन, जिसका अर्थ है कि इस वन हमेशा दलदलों से घिरा हुआ है है। यह अपने बचपन के उस वृक्ष जिसका जड़ों जमीन से बाहर आ सदाबहार पेड़ कहा जाता है में सदाबहार के बारे में पढ़ा जाएगा।
सुंदरबन दुनिया का सबसे बड़ा डेल्टा है। यह डेल्टा, बंगाल डेल्टा या ग्रीन डेल्टा कहा जाता है, दोनों गंगा और ब्रह्मपुत्र नदियों के एकीकरण से बनाया गया है।
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